दिल्ली की सियासी सरगर्मी के बीच, पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद Kejriwal ने हरियाणा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी की हरियाणा सरकार ने दिल्लीवालों के पानी में जहर घोला है। इस आरोप पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पलटवार किया और कहा कि आरोप लगाना और फिर पलट जाना केजरीवाल की आदत है। उन्होंने केजरीवाल को सलाह दी कि उन्हें आरोप लगाने के बजाय काम करना चाहिए।
नायब सिंह सैनी का जवाब: पानी की गुणवत्ता की जांच कराने की चुनौती
सीएम सैनी ने कहा, “अरविंद केजरीवाल अपने मुख्य सचिव को भेजें, और मैं भी अपने मुख्य सचिव से कहूंगा कि सोनीपत में पानी की गुणवत्ता की जांच करें, क्योंकि यहीं से यमुना का पानी दिल्ली में प्रवेश करता है। केजरीवाल पानी में अमोनिया की बात कर रहे हैं, लेकिन पानी की कमी का कोई सवाल नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “समस्या डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम की है। केजरीवाल 10 साल में पानी के वितरण का मैनेजमेंट नहीं कर पाए, और बावजूद इसके लोगों को प्रदूषित पानी मिल रहा है। उन्हें आरोप लगाने के बजाय काम करना चाहिए। दिल्ली के लोग अब अपना मन बना चुके हैं और उन्हें इसका जवाब देंगे।”
केजरीवाल का आरोप: जहरीला पानी दिल्ली में घुसने से रोका गया
अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा, “बीजेपी की हरियाणा सरकार ने दिल्लीवालों के पानी में जहर घोला है। यह जहरीला पानी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में भी साफ नहीं किया जा सकता था। अगर कोई इसे इस्तेमाल करता, तो उसकी मौत हो जाती।”
उन्होंने दावा किया, “हमारे इंजीनियरों ने इस जहरीले पानी को दिल्ली में आने से पहले ही रोक लिया और दिल्ली को एक बड़ी आपदा से बचा लिया। अब सीएम आतिशी और भगवंत मान ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर इस मामले में तुरंत मिलने का समय मांगा है।