अगले साल 14 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल के 18वें सीजन की तैयारियां जोरों पर हैं। खिलाड़ियों की नीलामी के बाद सभी टीमें खिताब जीतने के लिए अपनी रणनीति बना रही हैं। इस बार कई भारतीय युवाओं को बड़ा मौका मिला है, जिनमें पंजाब से ताल्लुक रखने वाले सिख खिलाड़ी Gurjapneet Singh का नाम भी शामिल है। उनकी मेहनत और समर्पण को देखते हुए चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया है।
Gurjapneet Singh को बधाई
Gurjapneet Singh की इस कामयाबी पर शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने वीडियो कॉल के जरिए उन्हें बधाई दी। मजीठिया ने उनकी मेहनत की सराहना करते हुए इसे पूरे सिख समुदाय के लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा, “Gurjapneet Singh ने अपनी लगन और खेल प्रतिभा से भाषा और संस्कृति की सभी सीमाओं को पार कर यह मुकाम हासिल किया है।” मजीठिया ने गुरजापनीत के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और उनके लिए गुरु साहिब से प्रगति का आशीर्वाद मांगा।
क्रिकेट में शुरुआती सफर
लुधियाना में जन्मे और अंबाला में पले-बढ़े Gurjapneet Singh वर्तमान में तमिलनाडु के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेल रहे हैं। इससे पहले, उन्होंने रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र के खिलाफ अपने पहले ही मैच में 6 विकेट लेकर सबका ध्यान खींचा। चार मैचों में 13 विकेट के प्रदर्शन ने उन्हें एक होनहार गेंदबाज के रूप में स्थापित कर दिया।
परिवार की खुशी
Gurjapneet Singh के पिता जगजीत सिंह, जो पेशे से फोटोग्राफर हैं, अपने बेटे की इस सफलता से बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा, “गुरजापनीत ने छोटी उम्र से ही कड़ी मेहनत की है। 2017 में अंबाला से तमिलनाडु जाने के बाद, उसने वहां के भोजन, भाषा और संस्कृति के अनुकूल खुद को ढाला।”
भारतीय टीम में जगह बनाने का सपना
26 वर्षीय यह बाएं हाथ का तेज गेंदबाज अब आईपीएल में अपनी जगह पक्की करने के साथ भारतीय क्रिकेट टीम में चयन की ओर देख रहा है। परिवार और समर्थकों को उम्मीद है कि अपने शानदार प्रदर्शन से गुरजापनीत जल्द ही राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बनेंगे।
गुरजापनीत की कहानी उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।