आज करनाल की महाराणा प्रताप हॉर्टिकल्चर यूनिवर्सिटी में हरियाणा के कृषि मंत्री Shyam Singh Rana पहुंचे, जहां उन्होंने किसानों के 6 दिसंबर को दिल्ली कूच के सवाल पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पिछली बार दिल्ली कूच का कारण तीन कृषि कानून थे, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वापस ले लिया था, अब कोई मुद्दा नहीं है। अब जो मुद्दा सामने आ रहा है, वह एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) का है।
एमएसपी पर खरीदी को लेकर बयान
कृषि मंत्री ने आगे कहा कि भारत में 28 राज्य हैं, जिनमें हरियाणा भी शामिल है। हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार है, और यहां 24 फसलों की एमएसपी पर खरीदी होती है। केंद्र सरकार भी एमएसपी पर फसलें खरीद रही है, और राज्य सरकार भी। उनका मानना है कि अगर सभी राज्य अपने-अपने किसानों की फसलें एमएसपी पर खरीदने लगें, तो कोई समस्या नहीं रहेगी।
विधायकों की शिकायत पर मंत्री का बयान
जब उनसे सीएम से मुलाकात कर विधायक बगावत करने वाले अधिकारियों की शिकायत करने के बारे में पूछा गया, तो श्याम सिंह राणा ने कहा कि अगर किसी अधिकारी ने गलत किया है, तो उस पर जांच होती है और उचित कार्रवाई की जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने अब तक 8 चुनाव लड़े हैं, और कभी किसी की शिकायत नहीं की। उनका मानना है कि भीतरघात करने वाला व्यक्ति भीतरघात करेगा, लेकिन हमें अपनी स्थिति मजबूत रखनी चाहिए।
गेहूं की बिजाई और कृषि संसाधनों पर जानकारी
कृषि मंत्री ने हरियाणा में गेहूं की बिजाई के बारे में कहा कि लगभग 80 से 85 प्रतिशत बिजाई हो चुकी है, और जो बची हुई है, वहां भी जल्द ही काम पूरा हो जाएगा। इसके अलावा, खाद की कोई कमी नहीं है। डीएपी और यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति मौजूद है।
छात्राओं को सम्मानित किया
कृषि मंत्री राणा ने इस अवसर पर महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय में अच्छे प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को सम्मानित भी किया।
इस तरह से कृषि मंत्री ने राज्य में एमएसपी पर खरीदी, गेहूं की बिजाई, और अन्य कृषि मुद्दों पर स्थिति स्पष्ट की, और राज्य सरकार की नीतियों के प्रति विश्वास व्यक्त किया।