खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले 28 दिनों से MSP कानून समेत अन्य मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनकी स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। मंगलवार को उनकी सेहत का जायजा लेने के लिए रिवर्स हार्ट एसोसिएशन के 5 डॉक्टरों की टीम खनौरी बॉर्डर पहुंची। डॉक्टरों ने उनकी हालत को बेहद गंभीर बताया है।
डॉक्टरों का बयान
डॉ. गुरपरवेज सिंह और डॉ. अवतार सिंह ने कहा कि डल्लेवाल का बीपी खतरनाक रूप से कम हो गया है और उनकी इम्यूनिटी बेहद कमजोर है। उन्होंने संगत से मिलने की इच्छा जताई है, लेकिन डॉक्टरों ने स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए ऐसा न करने की सलाह दी है। डल्लेवाल का ब्लड टेस्ट फिर से किया जाएगा। डॉक्टरों ने किसी भी अप्रत्याशित स्थिति के लिए आगाह किया है।
कुमारी सैलजा का समर्थन
इस बीच, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा खनौरी बॉर्डर पर किसानों को समर्थन देने पहुंचीं। उन्होंने डल्लेवाल से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया। सैलजा ने कहा, “सरकार ने दो साल पहले एमएसपी की कानूनी गारंटी का वादा किया था, लेकिन अब तक कुछ नहीं किया। किसान अनशन पर बैठे हैं, और सरकार के पास उनसे बातचीत का समय भी नहीं है।”
संयुक्त किसान मोर्चा का विरोध प्रदर्शन
भिवानी में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। लघु सचिवालय के बाहर नारेबाजी करते हुए किसानों ने उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने केंद्र सरकार से एमएसपी की संवैधानिक गारंटी देने, बिजली का निजीकरण बंद करने, और अन्य लंबित मुद्दों को हल करने की मांग की।
“डल्लेवाल का अनशन समाप्त करवाएं”
संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने एमएसपी की गारंटी और किसानों की अन्य मांगें पूरी नहीं कीं, तो आंदोलन और तेज होगा। उन्होंने डल्लेवाल का अनशन खत्म करवाने की मांग करते हुए कहा कि यदि अनशन के दौरान कोई अनहोनी हुई, तो किसान इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
डल्लेवाल के अनशन के साथ-साथ पूरे देश में किसानों के आंदोलन तेज हो रहे हैं। सरकार और किसानों के बीच संवादहीनता इस स्थिति को और गंभीर बना रही है। किसान नेताओं ने सरकार से जल्द बातचीत शुरू करने की अपील की है।