Punjab में नगर निगम चुनावों के परिणामों के बाद राजनीतिक दलों में दलबदल की लहर तेज हो गई है। जालंधर, लुधियाना और अमृतसर के मेयर पहले ही आम आदमी पार्टी (AAP) के चुने जा चुके हैं, और अब सबकी निगाहें फगवाड़ा मेयर पद पर टिकी हुई हैं। ताजा जानकारी के अनुसार, फगवाड़ा में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
दरअसल, 3 कांग्रेसी पार्षदों ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। होशियारपुर से ‘AAP’ सांसद राज कुमार चब्बेवाल ने तीनों कांग्रेसी पार्षदों को पार्टी में शामिल करवाया। आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाले पार्षदों में पदमदेव सुधीर निक्का, रामपाल उप्पल और ब्लॉक कांग्रेस के प्रधान मुनीश प्रभाकर शामिल हैं। अब आम आदमी पार्टी के पास पार्षदों की संख्या 18 हो गई है, जबकि बहुमत के लिए 26 पार्षदों की आवश्यकता है।
इस दलबदल के बाद आम आदमी पार्टी की ताकत में इजाफा हुआ है, और अब पार्टी फगवाड़ा में अपना प्रभाव बढ़ाने की दिशा में मजबूती से कदम बढ़ा रही है। पार्टी के नेताओं ने दावा किया कि यह दलबदल दर्शाता है कि लोग पार्टी के कार्यों से संतुष्ट हैं और आने वाले चुनावों में और अधिक पार्षदों का समर्थन मिलेगा।
दूसरी ओर, कांग्रेस-बसपा गठबंधन के पास अब 23 पार्षदों की संख्या रह गई है, और पार्टी इस राजनीतिक फेरबदल से निपटने के लिए रणनीति तैयार कर रही है। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने इस बदलाव पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह कोई नई बात नहीं है, और उनका संगठन जनता की सेवा में पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
फगवाड़ा में यह राजनीतिक हलचल आगे आने वाले समय में कई बदलावों की ओर इशारा कर रही है। सबकी निगाहें अब इस पर हैं कि क्या आम आदमी पार्टी अपनी बढ़ी हुई संख्या का फायदा उठा पाएगी या कांग्रेस अपनी खोई हुई शक्ति को फिर से मजबूत कर पाएगी।