Punjab सरकार द्वारा उच्चस्तरीय शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से स्कूल ऑफ एमिनेंस स्थापित किए गए हैं, लेकिन एक चिंता का विषय यह सामने आया है कि लुधियाना के जवाहर नगर कैंप स्थित स्कूल ऑफ एमिनेंस में स्टाफ विद्यार्थियों से पढ़ाई करने के बजाय काम करवाने में लगा हुआ है। हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें विद्यार्थियों से रेत की बोरियां उठवाने की घटना दिखाई गई है।**
इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट की है। उन्होंने लिखा कि लुधियाना के इस स्कूल में देर से पहुंचे विद्यार्थियों से कैंपस मैनेजर द्वारा रेत की बोरियां उठवाने की घटना उनके संज्ञान में आई है, और इस प्रकार के कृत्य को पूरी तरह अस्वीकार किया गया है।
मंत्री ने मामले पर कड़ा एक्शन लेते हुए, कैंपस मैनेजर को तत्काल प्रभाव से नौकरी से बर्खास्त करने और स्कूल के प्रिंसिपल कुलदीप सैनी को निलंबित करने का आदेश दिया। शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि इस तरह के कृत्य को कतई सहन नहीं किया जाएगा, और सभी स्कूलों के शिक्षकों और प्रिंसिपल्स को इस प्रकार की घटनाओं से बचने की चेतावनी दी।
आपको बता दें कि स्कूल में कुछ बाथरूम बनाने का कार्य चल रहा था, और वायरल वीडियो में विद्यार्थी रेत की बोरियां उठाकर स्कूल में ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। विद्यार्थियों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि वे पिछले दो दिन से यह काम कर रहे हैं। जब इस बारे में विद्यार्थियों के अभिभावकों को जानकारी मिली, तो उन्होंने भी नाराजगी जताई और कहा कि बच्चों को पढ़ाई के बजाय काम करवाया जा रहा है।
शिक्षा विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया और स्कूल में जांच के लिए एक टीम भेजी। टीम में सरकारी स्कूल हैबावोल खुर्द की प्रिंसिपल कमलजीत कौर और गोबिंद नगर सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल मीनू आदया शामिल हैं। टीम ने शुक्रवार को स्कूल का दौरा किया, लेकिन प्री-बोर्ड परीक्षा के कारण विद्यार्थी छुट्टी पर थे। अब टीम 25 जनवरी को दोबारा स्कूल में जांच करेगी।
स्कूल ऑफ एमिनेंस के प्रिंसिपल कुलदीप सैनी ने माना कि विद्यार्थियों से रेत की बोरियां उठवाई गई थीं और इस मामले की जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि यह घटना बुधवार या गुरुवार की है और शुक्रवार को इसका वीडियो वायरल हुआ। जांच के बाद उचित कदम उठाए जाएंगे।