हरियाणा के Sirsa ओढां थाना क्षेत्र के गांव ख्योवाली में एक महिला से ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक ठग ने खुद को एसपी बताकर महिला को व्हाट्सएप कॉल की और झूठी कहानी सुनाकर 30 हजार रुपये ठग लिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुई ठगी?
महिला सुमन को एक व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें कॉलर ने खुद को कालांवाली क्राइम ब्रांच का एसपी बताया। कॉलर ने दावा किया कि सुमन के पति प्रदीप को तीन अन्य लड़कों के साथ चार पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया गया है। उसने कहा कि तीनों लड़के दुष्कर्म के आरोपी हैं और प्रदीप निर्दोष है।
ठग ने महिला से कहा, “अगर आप 30 हजार रुपये दे दें, तो हम प्रदीप को जांच में निर्दोष साबित कर देंगे। यह राशि बाद में वापस कर दी जाएगी।”
सुमन, जो उस वक्त घबरा गई थी, ने जल्दबाजी में 30 हजार रुपये जुटाए और ठग द्वारा दिए गए बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए।
सच्चाई का पता चलने पर खुलासा
शाम को जब प्रदीप घर लौटा और सुमन ने उससे पूरी घटना बताई, तो पता चला कि यह एक झूठी कहानी थी। प्रदीप ने बताया कि वह बाहर गया था और उसने सुमन को कई बार फोन भी किया था, लेकिन उसका फोन व्यस्त था। ठग ने महिला को फोन पर बातों में उलझाकर रखा था, ताकि वह अपने पति से संपर्क न कर सके।
पुलिस की अपील और कार्रवाई
प्रदीप ने मामले की शिकायत ओढां थाना में दर्ज करवाई। थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि ठग के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू हो चुकी है।
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि ऐसे फोन कॉल्स से सतर्क रहें। “अगर किसी कॉल पर पैसे मांगे जाएं या डराने-धमकाने की कोशिश की जाए, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।”
पुलिस ने यह भी कहा कि जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें और ऐसे ठगों से सावधान रहें।
सतर्कता ही बचाव है
हर रोज बढ़ती ठगी की घटनाओं के बीच पुलिस ने नागरिकों को जागरूक रहने की सलाह दी है। इस मामले से सीख लेते हुए लोग किसी अनजान कॉल पर पैसे ट्रांसफर करने से पहले तथ्यों की जांच जरूर करें।