Punjab में एक बार फिर मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा जिससे आम लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी, हालांकि मौसम में यह बदलाव किसानों के लिए कई परेशानियां खड़ी कर सकता है।
PAU, Ludhiana स्थित मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की मानें तो 13-14 और 15 अप्रैल को पश्चिमी चक्रवात के प्रभाव के साथ-साथ तेज हवाएं चलने की भी संभावना है। मौसम वैज्ञानिक केके गिल (मौसम वैज्ञानिक, पीएयू, लुधियाना) ने किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
उन्होंने कहा कि इन दिनों में गेहूं की कटाई होनी है, जिसके चलते किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि तेज हवा और बारिश से फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
मौसम विभाग ने एक बयान में कहा कि हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं से फसलों को नुकसान हो सकता है. उन्होंने लोगों और जानवरों को आने वाले दिनों में खुले में न घूमने की सलाह दी है. उन्होंने उत्तर-पश्चिम भारत में किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी पकी हुई फसलों की तुरंत कटाई करें और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर छिपाकर रखें।
IMD ने कहा है कि एक चक्रवात दक्षिणपूर्व राजस्थान में स्थित है. इसके प्रभाव से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र में 12 से 13 अप्रैल 2024 के दौरान गरज, तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने छत्तीसगढ़ में 14 अप्रैल तक कुछ स्थानों पर गरज, बिजली और 30-40 किमी प्रति घंटे की तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 12 अप्रैल से एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित कर सकता है। आईएमडी ने 13 से 15 अप्रैल तक उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब और हरियाणा में गरज, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ व्यापक बारिश और 12 से 15 अप्रैल तक राजस्थान में गरज और बिजली के साथ हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है।