Vidur Niti की सहायता से आप ऐसे लक्षणों के बारे में पता लगा सकते हैं जो आपको रंक से राजा बना सकते हैं
Vidur Niti
महात्मा विदुर जी महाभारत काल के सबसे बुद्धिमान व्यक्तियों में से एक थे। वे हस्तिनापुर साम्राज्य के महामंत्री तथा कौरवों और पांडवों के काका थे। विदुर जी अत्यंत बुद्धिमान, चतुर, कुशल व्यक्तित्व वाले, विद्वान और मनीषी व्यक्ति थे। उन्हें धर्मराज का का दर्जा प्राप्त था। विदुर जी ने अपनी नीती में व्यक्ति के ऐसे तीन लक्षणों के बारे में बताया है।
अगर किसी व्यक्ति के अंदर। ये तीन लक्षण होते हैं तो वह निश्चित ही धनवान बनता है। ऐसा व्यक्ति चाहे कितने ही गरीब कुल में जन्मा हो, वह 1 दिन अवश्य ही धनवान बन जाता है और संसार में कीर्ति पाता है। अगर आपके अंदर भी ऐसे लक्षण हों तो आप भी निश्चित ही धनवान बन सकते हैं।
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संसार के प्रत्येक मनुष्य को Vidur Niti का अध्ययन अवश्य करना चाहिए। यह नीतियाँ किसी भी मनुष्य को बुद्धिमान तथा महाज्ञानी बनाने में समर्थ हैं। जो भी व्यक्ति Vidur Niti के अनुसार आचरण करता है वह कभी असफल नहीं होता। वह निश्चित ही सफलता को प्राप्त करेगा, इसमें संशय नहीं है। महात्मा विदुर जी ने Vidur Niti में बुद्धिमान तथा मूर्ख व्यक्ति के कई लक्षणों के बारे में बताया गया है। विदुर जी ने बड़ी ही सरल भाषा में एक मूर्ख और विद्वान व्यक्ति की व्याख्या की है।
किस प्रकार से एक मूर्ख व्यक्ति अपने जीवन को बर्बाद कर लेता है और एक बुद्धिमान व्यक्ति कैसे अपने जीवन का कल्याण करता है, Vidur Niti में विदुर जी द्वारा बताए गए मूर्खों के लक्षणों के बारे में प्रत्येक मनुष्य को जान लेना चाहिए और इन लक्षणों का त्याग करना चाहिए तथा बुद्धिमान व्यक्ति किस प्रकार का आचरण करता है और किस प्रकार से वह शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है आदि के बारे में हर मनुष्य को जानकारी होनी चाहिए।
Vidur Niti में विदुर जी ने व्यक्ति के जिन तीन लक्षणों के बारे में वर्णन किया है, अगर किसी व्यक्ति में ये तीन लक्षण दिखाई देने लग जाएं तो समझ लेना चाहिए कि वह व्यक्ति संसार में कीर्ति प्राप्त करेगा और इतना धन अर्जित करेगा कि उसकी आगे की कई पीढ़ियां उसका लाभ उठा सकेंगी। अगर आप भी जीवन में धनवान और कामयाब बनना चाहते हैं तो विदुर जी द्वारा बताए गए इन तीन लक्षणों को आत्मसात जरूर करें। इन तीन लक्षणों को अगर आप अपने जीवन में उतार लेंगे तो आपको धनवान बनने से कोई भी रोक नहीं पाएगा।
आपका भी जीवन में ऐसे लोगों से सामना जरूर हुआ होगा जो कुछ समय पहले अत्यंत गरीब थे और अचानक से अमीर बन गए तो उसके पीछे ये तीन लक्षण ही होते है जिसपर शायद आपने ध्यान न दिया हो। तो चलिए जान लेते हैं व्यक्ति के उन तीन लक्षणों के बारे में। महात्मा विदुर जी अपने श्लोक में कहते हैं
यस्य कृत्यम न जानन्ति, मंत्रतं व मन्त्रितं परे।
कृत्मेवास्य जानन्ति, स वै पंडित उच्च्यते।।
इस श्लोक में उन तीन लक्षणों के बारे में बताया है
Vidur Niti पहला लक्ष्ण
सबसे पहला लक्षण है कार्य को गुप्त रखना। दोस्तों महात्मा विदुर जी के अनुसार जो व्यक्ति अपना महत्वपूर्ण कार्य हमेशा ही गुप्त रखकर करता है उसे उस कार्य में निश्चित ही सफलता मिलती है जो मनुष्य अपना काम हमेशा गुप्त रखकर करता है। दूसरों को उसके कार्य के बारे में भनक भी लगने नहीं देता।
तो उसका वह कार्य सिद्ध हो जाता है। उसका वह कार्य कभी निष्फल नहीं होता। उसे उस काम का फल जरूर मिलता है। अगर आप कोई नया काम शुरू करना चाहते हैं अथवा कोई व्यवसाय करने जा रहे हैं, तो उस व्यवसाय को शुरू करने से पहले उसके बारे में कभी दूसरों को ना बताए। आपकी जो भी योजना है, उसे हमेशा गुप्त रखें। उसके बारे में कभी दूसरों को ना बताए। आपकी वह योजना अथवा कार्य जरूर सफल होगा।
लेकिन जो लोग कार्य शुरू करने से पहले ही उसके बारे में सभी को बता देते हैं ताकि लोगों से प्रशंसा मिले अथवा खुद को बुद्धिमान दिखाने के लिए अपनी योजनाओं के बारे में सभी को बता देते है तो ऐसे लोगों को किसी भी कार्य में सफलता नहीं मिलती है क्योंकि ऐसे लोग कार्य से ज्यादा महत्त्व लोगों की प्रशंसा को देते हैं। ये लोग दूसरों से तारीफ पाने के लिए कार्य कर रहे होते हैं।
ऐसे में वह कार्य सफल नहीं होता और उन्हें अपमान का सामना करना पड़ता है। इसीलिए आपकी जो भी योजना है, जो भी कार्य हैं, उसे कभी किसी को नहीं बताना चाहिए, उसे गुप्त रखकर करना चाहिए। जब आप सफल हो जाएंगे तो अपने आप ही सभी लोगों को पता चल जाएगा। अपने ही मुँह से सभी को बताकर झूठी प्रशंसा पाने की मूर्खता नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा आप कोई नई चीज़ भी खरीद रहे हैं तो उसके बारे में भी कभी दूसरों को नहीं बताना चाहिए।
Vidur Niti दूसरा लक्ष्ण
दूसरा लक्षण होता है अपने व्यवहार का पता चलने ना देना। विदुरजी ने Vidur Niti में कहा है जिस व्यक्ति को देखने पर भी उसके व्यवहार का पता दूसरों को नहीं चलता। वह व्यक्ति बहुत ही बुद्धिमान और चतुर होता है। वह निश्चित ही संसार में कीर्ति प्राप्त करता है। एक मनुष्य को ऐसे रहना चाहिए कि उसे देखकर कोई भी उसके बारे में अनुमान न लगा पाएं। जैसे आपको देखकर लोग आपकी परिस्थिति का, आपकी मानसिकता का अथवा आपके विचारों का पता न लगा पाएं। तभी आप एक बहुत ही बुद्धिमान व्यक्ति है।
जो लोग दूसरों को अपने व्यवहार का पता चलने देते हैं, वे लोग बहुत ही छोटी सोच वाले होते हैं जैसे महंगे और चमकीले कपड़े पहनकर, सोने के गहने धारण करके खुद को अमीर दिखाने का प्रयास करते हैं अथवा बड़ी बड़ी बातें करके खुद को धनवान दिखाने का प्रयास करते हैं। निरर्थक बकवास करके खुद को बुद्धिमान दिखाने का प्रयास करते हैं। ऐसे लोग कभी कामयाब नहीं बन सकते हैं।
एक बुद्धिमान व्यक्ति के वस्त्र देखकर कोई उसके बारे में अनुमान नहीं लगा सकता। उससे बातें करके भी कोई व्यक्ति उसके विचारों के बारे में जान नहीं पाता। ऐसा व्यक्ति संसार में कीर्ति पाता है क्योंकि ऐसे लोग खुद के बारे में कभी दूसरों को पता चलने नहीं देते। लोग इनके विषय में कोई गलत बातें नहीं कहते और कोई इन्हें अपमानित भी नहीं कर पाता। इन लोगों के राज़ और रहस्य कोई भी नहीं जान पाता है। इसीलिए Vidur Niti के अनुसार मनुष्य को अपने व्यवहार का पता कभी दूसरो को चलने नहीं देना चाहिए।
Vidur Niti तीसरा लक्ष्ण
तीसरा लक्षण है सलाह देना विदुर जी Vidur Niti में कहते हैं, एक बुद्धिमान व्यक्ति में यह लक्षण होता है कि वह कभी दूसरों को बिना मांगे कोई सलाह नहीं देता है। एक मूर्ख व्यक्ति छोटी छोटी बातों पर दूसरों को सलाह देने लगता है। वह दूसरों की हमेशा गलतियाँ निकालता रहता है और उन पर अपनी बातें थोपने लगता है। बुद्धिमान लोग कभी दूसरों की गलतियाँ नहीं निकालते और कभी दूसरों को खुद आगे होकर सलाह देने नहीं जाते हैं।
अगर कोई उनके पास सलाह मांगने आता है तो कम शब्दों में उचित सलाह देने का प्रयास करते हैं। सलाह भी उसी को देनी चाहिए जो उसके योग्य हो। किसी मूर्ख को सलाह देने पर वह आपको ही हानि पहुंचा सकता है। कभी भी सलाह योग्य व्यक्ति को योग्य समय पर ही देनी चाहिए। एक बुद्धिमान व्यक्ति की सलाह बहुत ही उपयोगी होती है और सलाह केवल उसी व्यक्ति से लेनी चाहिए जो अनुभवी हो और जिसमें योग्यता हो।
और अंतिम बात विदुर जी कहते हैं कि बुद्धिमान लोग गोपनीयता का ध्यान रखते हैं। एक बुद्धिमान व्यक्ति कभी दूसरों के रहस्यों को उजागर नहीं करता है। वह दूसरों के राज़ हमेशा गुप्त रखता है। अगर कोई व्यक्ति उन्हें कोई राज़ की बात बताता है तो वे उसे जीवन भर गुप्त रखते हैं, कभी किसी को नहीं बताते। इसीलिए ऐसे व्यक्ति पर सभी विश्वास करते हैं। ऐसे लोग दूसरों का विश्वास बहुत जल्दी प्राप्त करते हैं और कभी दूसरों के साथ दगा नहीं करते।
बुद्धिमान लोग कभी दूसरों के अपमान से जुड़ी बात नहीं कहते। दूसरों की खामियों को जानकर कभी उनका अपमान नहीं करते और कभी कड़वी वाणी नहीं बोलते। अगर आपके अंदर भी ऐसा लक्षण हैं तो आप बहुत ही बुद्धिमान व्यक्ति हैं। आप निश्चित ही धनवान और कामयाब बनोगे
तो इस प्रकार से महात्मा विदुर जी ने एक व्यक्ति के तीन लक्षणों के बारे में बताया है जो आगे चलकर धनवान बनते है। क्या आपके अंदर भी ऐसे लक्षण है?
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Disclaimer
Vidur Niti के इस लेख में दी गई जानकारी ओपन सोसेर्स से इकट्ठी करके और केवल सूचना के उद्देश्य से बताई गई है, हम किसी भी प्रकार से बताए गए बिन्दुओं का दावा नहीं करते हैं, ना ही इसके लिए हमारी कोई जिम्मेदारी होगी