Khedi Lakha Singh गांव में पुलिस चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर तीन दोस्तों की ट्रिपल मर्डर घटना ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली को गंभीर रूप से सवालों के घेरे में ला दिया है। इस घटना के बाद एसपी यमुनानगर, राजीव देसवाल ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए डीएसपी से जांच करवाई। जांच रिपोर्ट में दोषी पाए गए 5 पुलिस अधिकारियों, 2 एसपीओ और 2 होमगार्डों को बर्खास्त कर दिया गया है, जिससे पुलिस विभाग की जिम्मेदारी पर बड़ा धब्बा लगा है।
50 से ज़्यादा फायरिंग, लेकिन पुलिस नहीं आई बाहर
26 दिसंबर को सुबह सवा आठ बजे, Khedi Lakha Singh गांव में एक जिम से एक्सरसाइज करने के बाद घर लौट रहे तीन दोस्तों का शूटआउट किया गया। यह घटना पुलिस चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर हुई थी, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए। एसपी राजीव देसवाल ने घटना की गंभीरता को स्वीकार करते हुए मामले की जांच डीएसपी को सौंपी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। रिपोर्ट में यह सामने आया कि पुलिसकर्मियों की लापरवाही इस हत्याकांड का मुख्य कारण बनी, क्योंकि पुलिस चौकी के इतने पास होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बर्खास्त किए गए पुलिसकर्मी
जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी ने 5 पुलिस अधिकारियों, 2 एसपीओ और 2 होमगार्डों को बर्खास्त कर दिया। इन अधिकारियों को हटाने का निर्णय इसलिए लिया गया ताकि मामले की जांच में कोई भी हस्तक्षेप न कर सके। एसपी ने इस घटनाक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी और कानून-व्यवस्था में सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
यह घटना न केवल पुलिस की निष्क्रियता को दर्शाती है बल्कि क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा करती है।