Car में सवार बदमाशों ने चाचा-भतीजे को इसलिए घायल कर दिया क्योंकि वे उन्हें पसंद नहीं करते थे। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने पहले बंदूक से गोली चलाई, फिर लोहे की रॉड और कुल्हाड़ियों से वार किया। पुलिस ने पीड़ितों की बताई बातों के आधार पर बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस मामले में बदमाशों की तलाश कर रही है। नरेंद्र सिंह उर्फ निंदा तेपला गांव में रहते हैं और दूध बेचते हैं। एक दिन उन्हें अंबाला कैंट के कच्चा बाजार से यश ने कृषि विज्ञान केंद्र तेपला के पास मिलने के लिए बुलाया। जब वे अपने चाचा राजिंद्र और भूपिंदर सिंह के साथ पहुंचे तो यश और उसके दोस्तों राघव, अभिषेक बांड, निखिल बांड और अमन गद्दी ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने गोलियां चलानी शुरू कर दीं और तलवारों, कुल्हाड़ियों और रॉड से हमला कर दिया।
नरेंद्र की बाईं कोहनी टूट गई, लेकिन उनके चाचा भूपिंदर सिंह किसी तरह भागकर अपनी जान बचा पाए। गोलियों की आवाज सुनकर गांव के लोग वहां आ गए। हमलावर दो कारों में सवार होकर भाग गए। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए मुलाना सीएचसी और फिर अंबाला कैंट के सिविल अस्पताल ले जाया गया। उनके चाचा राजिंदर सिंह को ज्यादा चोट लगने के कारण चंडीगढ़ भेजा गया।