सुप्रीम कोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख Ram Rahim और चार अन्य को नोटिस जारी किया है। यह नोटिस केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की याचिका पर जारी किया गया है, जिसमें मई 2024 में पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा Ram Rahim को हत्याकांड में बरी करने के फैसले को चुनौती दी गई थी।
क्या है रणजीत सिंह हत्याकांड?
10 जुलाई 2002 की शाम सिरसा में डेरा मैनेजर रणजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रणजीत सिंह के बेटे जगसीर सिंह ने पुलिस जांच पर असंतोष जताते हुए 2003 में हाई कोर्ट से सीबीआई जांच की मांग की। कोर्ट ने यह मांग स्वीकार करते हुए जांच सीबीआई को सौंप दी।
सीबीआई की जांच के बाद 2007 में डेरा प्रमुख राम रहीम समेत पांच आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए गए। 2021 में राम रहीम को इस मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, मई 2024 में पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने सबूतों को अपर्याप्त मानते हुए राम रहीम और चार अन्य आरोपियों को बरी कर दिया।
हाई कोर्ट का फैसला
हाई कोर्ट ने अपने फैसले में कहा:
- जिस बंदूक से गोली चलने का दावा किया गया, वह घटना के समय शस्त्रागार में थी।
- घटना में इस्तेमाल हुई कार बरामद नहीं हुई।
- प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गाड़ी में चार लोग फायरिंग कर रहे थे। यदि यह सच है, तो बाकी तीन हथियारों का क्या हुआ?
- पेश किए गए सबूत विश्वसनीय नहीं हैं और जांच में अस्पष्टता है।
इन तथ्यों के आधार पर हाई कोर्ट ने पांचों आरोपियों की याचिका स्वीकार कर उन्हें बरी कर दिया।
सीबीआई की सुप्रीम कोर्ट में अपील
हाई कोर्ट के फैसले से असंतुष्ट सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सीबीआई का दावा है कि उनके पास पर्याप्त सबूत हैं, लेकिन हाई कोर्ट ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट का नोटिस और आगे की कार्रवाई
सुप्रीम कोर्ट ने अब इस मामले में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह और अन्य आरोपियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। यह नोटिस हत्या के इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की गहन जांच और सुनवाई का संकेत है।
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