शिरोमणि Akali Dal ने गुरुवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) चुनावों की मतदाता सूची में कथित धांधली का मुद्दा उठाया। इस संबंध में पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुद्वारा चुनाव आयोग से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़, अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, डॉ. दलजीत सिंह चीमा और एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी शामिल थे।
बैठक के दौरान अकाली नेताओं ने मतदाता सूचियों की निष्पक्ष जांच की मांग की। डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने मतदाता सूची में धांधली के सबूत आयोग को सौंपे हैं और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि मतदाता पंजीकरण की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 31 मार्च तक किया जाए।
नेताओं ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में गड़बड़ियां की गई हैं, जिसमें गिरे हुए सिखों के नाम फर्जी तरीके से जोड़े गए हैं। उन्होंने बताया कि सिख धर्म की परंपराओं के अनुसार पुरुषों के नाम के बाद “सिंह” और महिलाओं के नाम के बाद “कौर” लगाया जाता है, लेकिन मतदाता सूची में कई नामों में ऐसा नहीं किया गया है। उन्होंने सभी वोटों की निष्पक्ष जांच की अपील की।
डॉ. चीमा ने आगे कहा कि मतदाता सूची में हजारों गड़बड़ियां सामने आई हैं और इस साजिश के पीछे सरकारी हस्तक्षेप का हाथ है। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर इस पूरे मामले को निर्देशित करने का आरोप लगाया।
Akali Dal नेताओं ने यह भी कहा कि शिरोमणि अकाली दल के सदस्यों द्वारा उठाए गए वैध मुद्दों को नजरअंदाज किया गया और उनकी धार्मिक स्वतंत्रता में हस्तक्षेप किया गया है। उन्होंने चुनाव आयोग से इन मुद्दों पर गंभीरता से कार्रवाई करने और निष्पक्षता सुनिश्चित करने की मांग की।