पटियाला सेंट्रल जेल में बलवंत सिंह राजोआना से मुलाकात के बाद SGPC अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने मीडिया को संबोधित किया. उन्होंने राजोआना से मुलाकात को पारिवारिक मुलाकात बताया. उन्होंने कहा कि सिखों को रिहा नहीं किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर राम रहीम को एक बार फिर पैरोल मिल गई है. इससे साफ है कि यह सब हरियाणा विधानसभा चुनाव में फायदा उठाने के लिए किया गया है |
उन्होंने कहा कि कभी-कभी हम यह सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि शायद सिखों के लिए कोई विशेष कानून बनाया गया है। क्योंकि संविधान के मुताबिक एक कैदी को एक साल में 7 बार पैरोल मिलनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता है. उधर, हरियाणा सरकार ने कानून में संशोधन किया और राम रहीम को बार-बार पैरोल मिलती रही. ऐसा नहीं होना चाहिए, कानून सबके लिए एक होना चाहिए।’
धामी ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्रालय से नाखुश हैं क्योंकि वे उन्हें मिलने का समय नहीं दे रहे हैं ताकि वह राजोआना की मौत की सजा के मुद्दे को ठीक से उठा सकें।