पंजाब के लुधियाना से सांसद और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष Raja Warring ने अडानी मामले को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया और मामले की जांच पार्लियामेंट कमेटी से करवाने की मांग की। इसके साथ ही वड़िंग ने सेबी के अध्यक्ष की नियुक्ति पर भी सवाल उठाए। जालंधर के पंजाब प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजा वड़िंग ने अडानी मामले पर अपनी बात रखी, जिसमें पूर्व विधायक रजिंदर बेरी और अन्य बड़े नेता भी मौजूद थे।
Raja Warring ने कहा, “करीब दो साल पहले हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में 20 हजार करोड़ रुपए के घपले का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि पैसे का अवैध रूप से आदान-प्रदान किया जा रहा है और शेयर की कीमतों में हेरफेर की जा रही है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने इस पर काफी चौंकाने वाले तथ्यों को उजागर किया था। कांग्रेस ने इस मामले पर हंगामा भी किया था और जांच के लिए पार्लियामेंट कमेटी से जांच कराने की मांग की थी।”
Raja Warring ने कहा कि जब मामला कोर्ट में गया, तो जांच सेबी को सौंप दी गई, लेकिन सेबी ने अडानी को क्लीन चिट दे दी। उन्होंने बताया कि सेबी की तत्कालीन अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ने इस मामले की जांच की थी, जो करीब छह महीने तक चली। वड़िंग ने इस पर भी सवाल उठाया और कहा कि बुच की नियुक्ति पर संदेह जताया। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि अडानी के सेबी के साथ सांठगांठ थी, जिससे वे जांच से बच गए।
Raja Warring ने आरोप लगाया, “अमेरिका में जब इस मामले की जांच शुरू की गई, तो वहां की जांच एजेंसियों को घपले का पता चला।” उन्होंने यह भी कहा कि अडानी ने जितना नुकसान किया है, उतना तो मोहम्मद गजनी ने भी देश को नहीं लूटा था। वड़िंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगाते हुए कहा कि “अडानी को लूटने में उनका हाथ है।”
Raja Warring ने अंत में कहा कि अडानी अब अमेरिका में नया सोलर एनर्जी प्लांट लगाने का इरादा रखते थे, लेकिन वहां की कंपनियों के साथ साझेदारी करने पर जांच एजेंसियों ने घपले का खुलासा किया।