भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए पंजाब सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। राज्य सरकार ने सभी IAS -PCS अधिकारियों की छुट्टियां अगले आदेश तक रद्द कर दी हैं और उन्हें तैनाती स्थल न छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी अधिकारी को मुख्य सचिव की मंजूरी के बिना अवकाश नहीं दिया जाएगा।
वहीं, फरीदकोट जिले में अफवाहों पर नियंत्रण रखने के लिए प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं और रात के समय ब्लैकआउट लागू कर दिया गया। जिला प्रशासन का कहना है कि यह फैसला लोगों की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच गुरुवार रात को सोशल मीडिया पर कुछ गांवों में विस्फोटों की आवाजें सुनाई देने के बारे में पोस्ट आने लगे। हालांकि, प्रशासन की जांच के दौरान कहीं भी ऐसा कोई विस्फोट नहीं हुआ। ऐसी अफवाहों को रोकने के लिए डिप्टी कमिश्नर पूनमदीप कौर के आदेश पर फरीदकोट जिले में रात करीब 12 बजे इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं।
हालांकि, इंटरनेट सेवाएं बंद होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सीमावर्ती जिलों समेत पंजाब के अन्य जिलों में इंटरनेट सेवाएं काम कर रही हैं, लेकिन फरीदकोट में इंटरनेट बंद होने से लोग परेशान हैं।
इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता अमन वारिंग ने कहा कि हालांकि प्रशासन ने अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए यह कदम उठाया है, लेकिन इंटरनेट बंद होने से लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है। उन्होंने दो दिन पहले फरीदकोट जिले में आयोजित मॉक ड्रिल के दौरान प्रशासन के सायरन नहीं बजने पर भी सवाल उठाए।