पंजाब के Amritsar में गुमटाला पुलिस चौकी के बाहर जोरदार विस्फोट के बाद इलाके में दहशत फैल गई. पुलिस ने बताया कि रात करीब आठ बजे हुई इस घटना में किसी तरह की जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है. पुलिस ने किसी भी विस्फोट से इनकार करते हुए कहा कि आवाज कार के ‘रेडिएटर’ के फटने की थी। उन्होंने बताया कि 2008 मॉडल की यह कार एक असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर की है. सहायक पुलिस आयुक्त (पश्चिम) शिव दर्शन सिंह ने बताया कि रेडियेटर फटने से गाड़ी से कूलेंट लीक हो गया और गाड़ी का शीशा टूट गया.
पुलिस का कहना है कि यह कार के रेडिएटर में विस्फोट था, लेकिन घटना के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो गई, जिसे कथित तौर पर अमेरिका स्थित आतंकवादी हैप्पी पासिया ने पोस्ट किया था। पोस्ट में पासिया ने फर्जी मुठभेड़ में अपने दो साथियों की हत्या का बदला लेने के लिए ग्रेनेड हमले की जिम्मेदारी ली है.
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी, पश्चिम) शिव दर्शन सिंह ने बताया कि चौकी प्रभारी ए.एस.आई. राजिंदर सिंह पब्लिक डीलिंग में लगे हुए थे, तभी उन्होंने बाहर जोरदार धमाका सुना तो वह बाहर भागे और देखा कि उनकी कार का शीशा टूटा हुआ है। जांच करने पर पता चला कि कार का रेडिएटर फट गया है। ऐसी अफवाहें हैं कि यह एक ग्रेनेड विस्फोट था, लेकिन यह सच नहीं है।” एसीपी ने कहा कि जान-माल के किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है।
यह घटना पिछले साल नवंबर से पंजाब में पुलिस प्रतिष्ठानों में हुए कई विस्फोटों के बाद हुई है। 23 नवंबर को अजनाला पुलिस स्टेशन के बाहर एक IED विस्फोट हुआ था. इसके बाद अमृतसर के गुरबख्श नगर में ‘विस्फोट’ हुआ. 2 दिसंबर को नवांशहर की अंसारो पुलिस चौकी पर हैंड ग्रेनेड फेंका गया था. 4 दिसंबर को अमृतसर के मजीठा थाने में धमाका हुआ था.
13 दिसंबर को बटाला से भी ऐसी ही एक घटना सामने आई थी. 17 दिसंबर को अमृतसर के इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन में विस्फोट की सूचना मिली थी. 18 दिसंबर को गुरदासपुर में बख्शीवाल पुलिस चौकी के बाहर विस्फोट हुआ था. 20 दिसंबर को गुरदासपुर के वडाला बांगर पुलिस चौकी पर विस्फोट हुआ था. पुलिस ने दावा किया है कि धमाकों के आरोपियों को उत्तर प्रदेश में मुठभेड़ में मार गिराया गया है.