Panipat के छोटू राम चौक पर स्थित एक मकान में रविवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। आग का सामना करते हुए एक व्यक्ति झुलस गया, जबकि उनकी बंधी हुई गाय आग में जलकर मर गई। आग की चपेट में आने से घर में सो रही पत्नी को धुएं से दम घुटने लगा, जिसके बाद वह जाग गई। उसकी चीखें सुनकर बेटा और बेटी भी जाग गए। हालांकि, आग ने घर के बाहर के रास्ते को घेर लिया था, लेकिन किसी तरह तीनों ने घर के दूसरे दरवाजे से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। आग में झुलसे व्यक्ति को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
घायल व्यक्ति, सुरजन के बेटे अमित ने बताया कि उनका परिवार छोटू राम चौक में रहता है और वह दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। वे पिछले 6 सालों से गाय पाल रहे थे, जिसे उन्होंने घर के बाहर छप्पर के नीचे बांध रखा था। शनिवार रात को भी जैसे रोजाना सभी सो गए थे, लेकिन रविवार सुबह करीब 4 बजे छप्पर में आग लग गई। आग इतनी भयंकर थी कि सुरजन को उठने का मौका ही नहीं मिला। अचानक उसे रजाई में तेज गर्मी महसूस हुई और वह झुलसने लगा, तब उसने किसी तरह बाहर गली में जाकर बैठने की कोशिश की और बेहोश हो गया।
बेटे ने बताया कि घर के अंदर सो रही उनकी मां, मेशी देवी को अचानक धुएं के कारण दम घुटने लगा और वह जाग गईं। उन्होंने चीखते हुए बताया कि सांस नहीं आ रही है, और यह सुनकर बेटा और बेटी भी जाग गए। बेटे ने कमरे का दरवाजा खोला तो आग की लपटें अंदर आ गईं, जिससे उन्हें आग लगने का पता चला। वे जल्दी से मुख्य दरवाजा बंद करके घर का दूसरा दरवाजा तोड़कर बाहर निकल आए। पड़ोसी चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे और करीब एक घंटे की मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। बाद में देखा गया कि आग में गाय जिंदा जल गई थी। जब परिवार के सदस्य पिता को ढूंढते हुए बाहर आए तो वह गली में बेहोश पड़े मिले, जिन्हें तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया।