Haryana सरकार ने किसान आंदोलन और दिल्ली कूच के मद्देनजर अंबाला जिले में 6 से 9 दिसंबर तक इंटरनेट सेवाएं बंद करने का बड़ा फैसला लिया है। यह आदेश हरियाणा सरकार ने जारी किया है, जिसका उद्देश्य कानून-व्यवस्था बनाए रखना और गलत सूचनाओं के प्रसार को रोकना बताया गया है।
प्रभावित क्षेत्र
अंबाला जिले के डंगदेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, डडियाना, बारी घेल, लहर्स, कालू माजरा, देवी नगर, सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू सहित कई गांवों में इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद रहेगी। प्रशासन का कहना है कि स्थिति की समीक्षा के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।
इंटरनेट बंदी का कारण
प्रशासन का तर्क है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर के जरिए अफवाहें और गलत सूचनाएं फैलने की आशंका है, जो आंदोलन के दौरान तनाव बढ़ा सकती हैं। इसीलिए एहतियातन यह कदम उठाया गया है।
किसान आज करेंगे दिल्ली कूच
संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में 101 किसानों का जत्था आज शंभू बॉर्डर से पैदल दिल्ली के लिए रवाना होगा। इन किसानों की सूची नाम, पते और मोबाइल नंबर सहित सार्वजनिक कर दी गई है। किसानों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
शंभू बॉर्डर पर भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के अलावा वाटर कैनन और आंसू गैस से लैस ड्रोन की व्यवस्था भी की गई है। प्रशासन ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं।
किसान आंदोलन की मुख्य मांग
किसानों की प्रमुख मांग है कि सरकार फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी दे। उनका कहना है कि सरकार द्वारा उनकी मांगों की अनदेखी के चलते उन्हें फिर से आंदोलन का सहारा लेना पड़ा है।
राजनीतिक तनाव
दिल्ली कूच को लेकर सियासत भी गरमा गई है। विपक्ष ने सरकार पर किसानों की समस्याओं की अनदेखी और उन्हें दबाने का आरोप लगाया है।
सरकार और किसानों के बीच फिर से टकराव की स्थिति बन रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में आंदोलन और प्रशासन के फैसलों पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।