Chandigarh के सेक्टर 26 में स्थित दो क्लबों के बाहर हुए बम धमाकों की साजिश ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि इन धमाकों के पीछे अमेरिका स्थित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और उसके करीबी सहयोगी रणदीप मलिक का हाथ है। घटना को अंजाम देने के लिए करीब एक महीने पहले साजिश रची गई थी।
सिग्नल ऐप पर बनी साजिश
मुठभेड़ में पकड़े गए आरोपी विनय और अजीत ने बताया कि वे सिग्नल ऐप के जरिए रणदीप मलिक के संपर्क में थे। रणदीप ने उन्हें निर्देश दिए थे कि बम और हथियार कहां से उठाने हैं। घटना को अंजाम देने के लिए आरोपियों को एडवांस भुगतान किया गया था और विदेश में बसाने का वादा भी किया गया था।
गोल्डी बराड़ की सहमति से हुआ धमाका
पुलिस के मुताबिक, गोल्डी बराड़ ने खुद वीडियो कॉल के जरिए आरोपियों से बात की थी। धमाका करने से पहले गोल्डी की सहमति ली गई थी। धमाकों का उद्देश्य दहशत फैलाकर फिरौती वसूलना था।
मास्टरमाइंड रणदीप मलिक का कनेक्शन
पकड़े गए आरोपियों के मुताबिक, चंडीगढ़ में बम विस्फोट की साजिश का मास्टरमाइंड रणदीप मलिक है, जो पानीपत का रहने वाला है। रणदीप ने आरोपी साहिल के जरिए इस पूरे काम को अंजाम दिलवाया। साहिल, जो पहले जुलाना हत्याकांड में पकड़ा गया था, ने रणदीप से अपने संपर्कों का इस्तेमाल किया।
साजिश का पूरा प्लान
- 24 नवंबर: करनाल से आरोपियों को बम और अन्य सामान चंडीगढ़ पहुंचाने का निर्देश दिया गया।
- 3:15 बजे सुबह: क्लबों के बाहर बम विस्फोट किया गया।
- 3:30 बजे: आरोपी आइक्लर लाइट पॉइंट पर देखे गए।
- 7:49 बजे: हिसार के बाडोपट्टी पहुंचे, जहां वे सीसीटीवी में कैद हो गए।
सीसीटीवी फुटेज से खुलासा
पुलिस ने टोल नाकों और सार्वजनिक स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगालकर आरोपियों का पता लगाया। फुटेज में बाइक पर शॉल ओढ़े दो लोगों को देखे जाने के बाद पुलिस ने उनकी तलाश तेज कर दी।
मुठभेड़ में गिरफ्तारी
29 नवंबर की शाम पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान विनय और अजीत को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, पुलिस उनके मोबाइल फोन और अन्य सबूतों की तलाश कर रही है ताकि घटना के पीछे की गहराई तक पहुंचा जा सके।
पुलिस की सतर्कता
पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने हर कदम रणदीप मलिक के निर्देशानुसार उठाया। घटना की साजिश और फिरौती के उद्देश्य से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। रणदीप और गोल्डी बराड़ के नेटवर्क का पता लगाने के लिए विशेष टीम काम कर रही है।
चंडीगढ़ में हुए इस धमाके ने सुरक्षा एजेंसियों के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। मामले की तह तक जाने और मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए जांच तेज कर दी गई है।