हरियाणा के कोठ खुर्द नामक गांव में एक विवाहित महिला की मौत हो गई, लेकिन कोई नहीं जानता कि यह कैसे हुआ। उसके माता-पिता को लगता है कि Police में काम करने वाले उसके पति ने उसे चोट पहुंचाई होगी। उनका मानना है कि उसे उस पर भरोसा नहीं था और उसे लगा कि वह बेवफा है। जब उसके माता-पिता उसके ससुराल गए, तो उन्होंने उसे बिस्तर पर लेटा हुआ पाया और छत के पंखे से दुपट्टा लटका हुआ था।
पुलिस ने अब उसके पति और उसके माता-पिता के खिलाफ हत्या की जांच शुरू कर दी है। राममेहर बधावड़ नामक गांव में रहता है और एक खेत पर काम करता है। उसके तीन बच्चे हैं: उसकी सबसे बड़ी बेटी का नाम पूनम है, उसकी दूसरी बेटी का नाम मंजू है, लेकिन लोग उसे सोनिया भी कहते हैं और उसका सबसे छोटा बेटा साहिल है। उसकी दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है, लेकिन साहिल अभी भी अविवाहित है। मंजू या सोनिया की शादी 5 दिसंबर, 2020 को सुमित नाम के व्यक्ति से हुई थी। सुमित हरियाणा नामक जगह पर पुलिस में काम करता है।
शादी के बाद मंजू, जिसे सोनिया भी कहा जाता है, के दो बच्चे हुए। उनकी बेटी ध्रुवी 2 साल 3 महीने की है और बेटा मानविक 1 साल 3 महीने का है। मंजू अपने परिवार की देखभाल के लिए घर पर ही रहती थी। 29 अगस्त को दोपहर करीब 2:30 बजे उनके परिवार का कोई व्यक्ति बधावड़ गांव में उनके घर पर था। उस समय अंकित जो मंजू का देवर है और कोठ खुर्द नामक स्थान पर रहता है, उसने मंजू के बेटे साहिल को फोन करके बताया कि मंजू की मौत हो गई है। राममेहर ने बताया कि कुछ देर बाद वह अपनी बेटी मंजू जिसे सोनिया भी कहते हैं, से मिलने गया।
वह अपने बेटे साहिल, उसके पिता ताराचंद और कुछ अन्य परिवार के सदस्यों के साथ कोठ खुर्द गांव में उसके घर गया। जब वे कमरे में दाखिल हुए तो देखा कि मंजू बिस्तर पर पड़ी थी और अब जीवित नहीं थी। छत के पंखे से एक दुपट्टा लटका हुआ था। दुपट्टे का एक सिरा पंखे से बंधा हुआ था और दूसरा सिरा नीचे लटक रहा था। मंजू के पिता ने बताया कि उसका पति सुमित शराब पीकर उसे चोट पहुँचाता था। उसे लगता था कि मंजू गलत काम कर रही है और अब उसे लगता है कि किसी ने उसकी हत्या उन्हीं गलत विचारों के कारण की है। पुलिस ने सुमित, मंजू की सास बाला और उसके ससुर रिजाक राम के खिलाफ हत्या की जांच शुरू कर दी है। वे मंजू के शव को अस्पताल ले गए हैं ताकि पता लगाया जा सके कि उसके साथ क्या हुआ था।