आगरा। UP बोर्ड परीक्षा के 35 सेंटरों पर रात 3 बजे CCTV कैमरे क्यों बंद थे? इसका जवाब एक सप्ताह के अंदर मांगा गया है। प्रयागराज कंट्रोल रूम द्वारा इन सेंटरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
UP बोर्ड परीक्षा में नकल को रोकने के लिए इस वर्ष विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है। बोर्ड ने सभी सेंटरों को सीसीटीवी कैमरे 24 घंटे चालू रखने के निर्देश दिए थे। प्रत्येक सेंटर का लिंक प्रयागराज के कंट्रोल रूम से जुड़ा हुआ है, जहां से प्रदेश के सभी केंद्रों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
परीक्षा के पहले दिन के बाद, कंट्रोल रूम ने 35 सेंटरों का निरीक्षण किया और पाया कि उनके कैमरे सही से काम नहीं कर रहे थे। रात के तीन बजे कैमरे बंद और फिर से चालू हो रहे थे। इसके बाद, प्रयागराज मुख्यालय से इन सेंटरों को नोटिस जारी किया गया है और उनसे कारण पूछा गया है कि रात तीन बजे कैमरे क्यों ठीक से काम नहीं कर रहे थे।
यह कदम भी उठाए गए हैं
परीक्षा केंद्रों पर मजबूत लोहे की 3 अलमारियां रखी गई हैं, जिनमें प्रश्नपत्र डबल लॉक सुरक्षा में रखे जाएंगे। इन स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी के लिए नाइट विजन सीसीटीवी कैमरे और रिकॉर्डिंग सिस्टम लगाए गए हैं। इसके साथ ही, 24 घंटे सशस्त्र सुरक्षा गार्ड तैनात रहेंगे।
स्ट्रॉन्ग रूम की एंट्री और एग्जिट का पूरा रिकॉर्ड लॉग बुक में दर्ज किया जाएगा। प्रश्नपत्रों और उत्तर पुस्तिकाओं की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग 60 दिनों तक सुरक्षित रखी जाएगी। प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए स्ट्रॉन्ग रूम की अलमारियों की चाबियां केंद्र व्यवस्थापक, बाह्य केंद्र व्यवस्थापक और स्टेटिक मजिस्ट्रेट के पास रहेंगी।
सेंटरों पर रखा गया रिजर्व सेट
पेपर लीक या किसी आपात स्थिति में सेंटरों पर प्रश्नपत्रों का एक रिजर्व सेट रखा गया है, जिसे DIOS की निगरानी में रखा जाएगा और पुलिस सुरक्षा के तहत सुरक्षित रखा जाएगा।
आगरा को अति संवेदनशील जिला घोषित किया गया
UP बोर्ड ने आगरा को अति संवेदनशील जिलों में शामिल किया है। आगरा के साथ-साथ मथुरा, बागपत, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, बलिया, मऊ, प्रयागराज, कौशांबी, चंदौली, जौनपुर, गाज़ीपुर, देवरिया और गोंडा भी अति संवेदनशील जिले हैं। इन 17 जिलों पर एसटीएफ और LIU की विशेष नजर है।