केंद्रीय Budget में मेट्रो रेल परियोजनाओं के लिए 3123 करोड़ का Budget मिला है। कानपुर व आगरा की मेट्रो परियोजनाओं पर Budget की अधिकांश राशि खर्च होगी वहीं, लखनऊ में दूसरे चरण के शुरुआती कामों को भी रफ्तार मिलेगी।
केंद्रीय Budget में यूपी में मेट्रो रेल परियोजनाओं के लिए 3123 करोड़ रुपये दिए जाने का प्रावधान किए जाने से लखनऊ के दूसरे चरण की परियोजना को गति मिलेगी। इसके साथ ही प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, झांसी, और मेरठ में लाइट मेट्रो रेल चलाने की राह खुलेगी। हालांकि Budget में मिली राशि का अधिकांश हिस्सा कानपुर और आगरा में पहले से संचालित मेट्रो परियोजनाओं पर खर्च होगा, लेकिन कुछ राशि लखनऊ के दूसरे चरण की परियोजना के साथ ही प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, झांसी, और मेरठ के लिए प्रस्तावित लाइट मेट्रो परियोजना के प्रारंभिक कार्यों पर भी खर्च होंगे।
बता दें कि प्रदेश सरकार द्वारा लखनऊ में पहला चरण पूरा होने के बाद कानपुर और आगरा में मेट्रो परियोजनाओं को संचालित किया जा रहा है। इसके साथ वाराणसी में भी रोप-वे का काम चल रहा है। वहीं, योगी सरकार ने वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, झांसी और मेरठ में भी लाइट मेट्रो का संचालन शुरू करने का प्रस्ताव तैयार कराया है। गोरखपुर में लाइट मेट्रो रेल चलने के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तो मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेजी जा चुकी है। वहीं झांसी और मेरठ के लिए प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है।
कई शहरों में होगा पीएम ई-बस सेवा का विस्तार
केंद्रीय Budget में शहरी यातायात को और सुगम और सुदृढ़ बनाने के लिए पीएम ई-बस सेवा के लिए राशि का आवंटन किया गया। इसमें से यूपी के हिस्से में भी 131 करोड़ रुपये मिलने की संभावना है। इस राशि से प्रदेश के 15 शहरों में संचालित पीएम ई-बस सेवा के बेड़े का विस्तार होगा, वहीं कई अन्य शहरों में भी बस सेवा शुरू की जा सकेंगी। इसके साथ ही ई-बसों के लिए ई-चार्जिंग स्टेशन बनाने की राह भी सुगम होगी।
बता दें कि फिलहाल प्रदेश के 15 शहरों में ई-बस सेवा का संचालन किया जा रहा है। इनमें लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, अलीगढ़, आगरा, मथुरा-वृंदावन, बरेली, शाजहांपुर, गाजियाबाद, झांसी, गोरखपुर, अयोध्या और मुरादाबाद शामिल हैं।