प्रॉपर्टी विवाद के चलते एक भाई ने अपने दूसरे भाई की हत्या कर दी। गुरुवार रात ओल्ड Faridabad चौक के पास चचेरे भाई ने अपने प्रॉपर्टी डीलर भाई के सीने में दो गोलियां मारीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर तीन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है, जो अभी फरार हैं। इन आरोपियों को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच और पुलिस की पांच टीमें गठित की गई हैं। पुलिस शहर में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है।
नरेंद्र उर्फ बिट्टू (40) लगभग 15 साल से प्रॉपर्टी डीलिंग का कारोबार चला रहे थे। उनके पिता बलराम सिंह भी इसी पेशे से जुड़े हुए थे, जिनका 20-22 साल पहले निधन हो गया था। उसके बाद नरेंद्र ने यह कारोबार संभाला। मृतक के भाई प्रदीप के अनुसार, वे तीन भाई-बहन थे। नरेंद्र का ऑफिस ओल्ड फरीदाबाद चौक पर जेके टायर और भारत मोटर ट्रांसपोर्ट के पास स्थित था।
प्रदीप ने बताया कि गुरुवार रात लगभग 9 बजे वह खुद नरेंद्र के ऑफिस से निकले थे। उस समय नरेंद्र, उनके दोस्त जसवंत सैनी और कर्मचारी अंकित ऑफिस में थे। करीब 15-20 मिनट बाद नरेंद्र भी ऑफिस से बाहर आए और कार में बैठने लगे। उसी दौरान हमलावर वहां पहुंचे और दोनों के बीच कहासुनी हो गई। इसके बाद चचेरे भाई विकास ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से नरेंद्र के सीने में दो गोलियां मारीं। गोली लगते ही नरेंद्र गिर पड़े। घटना के दौरान कर्मचारी अंकित ने इस हमले की सूचना दी।
प्रदीप ने बताया कि अंकित ने फोन कर बताया कि कुछ लोग ऑफिस में आए और बिट्टू पर हमला कर दिया। प्रदीप स्कूटी से तुरंत ऑफिस पहुंचे और देखा कि चचेरा भाई विकास, उसका दोस्त आशीष चपराना (मेवला) और कुलदीप सिंह (फतेहपुर चंदीला) गोली मारकर भाग रहे थे। प्रदीप ने अपने भाई को कार में डाला और उन्हें सेक्टर 21A स्थित एशियन अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रदीप ने यह भी बताया कि हत्यारोपी विकास का किराए का बड़ा कारोबार है।
मृतक के एक गुमनाम पार्टनर ने बताया कि बिट्टू ही इस परिवार का मुख्य सहारा था। उनके पिता के निधन के बाद बिट्टू ने ही परिवार की जिम्मेदारी संभाली और सभी को संजीवनी दी। मृतक की दो बेटियां और एक बेटा है, जिनमें सबसे छोटा बेटा महज 4-5 साल का है।
ओल्ड Faridabad थाना प्रभारी श्री भगवान ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच 30, डीएलएफ, बीपीटीपी, थाना और चौकी की कुल पांच टीमें सक्रिय हैं। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों का पीछा कर रही है। यह भी जांचा जा रहा है कि हमलावर वारदात के बाद किस रास्ते से फरार हुए थे। थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।