Patiala के राजिंदरा अस्पताल में ममता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला नवजात को जन्म देने के बाद उसे छोड़कर अस्पताल से फरार हो गई। इस बीच उसके बेटे की मौत हो गई। खुद को लुधियाना के मिनी रोड की निवासी बताने वाली महिला ने डिलीवरी के बाद अस्पताल प्रबंधन से पैसे न होने का बहाना बनाकर छुट्टी मांगी। लेकिन जब उसे बताया गया कि सरकारी अस्पताल में कोई पैसा नहीं लगेगा, तो वह बच्चे को अस्पताल में ही छोड़कर फरार हो गई। वहीं, सिविल लाइन पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर मिसल अली की शिकायत पर लुधियाना की महिला मूर्ति देवी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार 22 मई को गर्भवती मूर्ति देवी राजिंदरा अस्पताल में भर्ती हुई। 23 मई की सुबह करीब 5 बजकर 11 मिनट पर महिला ने एक लड़के को जन्म दिया। जन्म देने के बाद करीब 10 बजे इस महिला ने अस्पताल में तैनात डॉ. मिसल अली को अस्पताल से छुट्टी देने को कहा। डॉक्टर ने महिला को बताया कि बच्चा जन्म से ही कमजोर है और उसे एकदम से छुट्टी देना उसके लिए मुश्किल पैदा कर सकता है। इसके बाद महिला बच्चे को अस्पताल में ही छोड़कर चली गई। वार्ड में मौजूद स्टाफ ने महिला की यहां-वहां तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली। इस पर अस्पताल प्रबंध ने बच्चे की सुरक्षा के लिए एक महिला कांस्टेबल को बच्चे के पास तैनात कर दिया। 25 मई को बाद दोपहर करीब 3 बजे नवजात शिशु ने दम तोड़ दिया।
धारा 317 के तहत केस दर्ज़
सिविल लाइन पुलिस ने डॉ. मिसल अली की शिकायत पर उक्त महिला के खिलाफ 12 साल से कम उम्र के बच्चे को त्याग देने की नीयत से लावारिस छोड़ देने की धारा 317 के अधीन मामला दर्ज कर आरोपी महिला की तलाश शुरू कर दी है। एडवोकेट सतनाम सिंह कलेर का कहना है कि धारा 317 के अधीन सात साल की कैद और जुर्माना की सजा हो सकती है। वही, सिविल लाइन पुलिस थाने के प्रभारी शिवदीप सिंह का कहना है कि महिला ने जो पता अस्पताल में लिखवाया, वह गलत है। उसकी तलाश के लिए अब सीसीटीवी कैमरे से ली फुटेज का सहारा लिया जा रहा है। महिला शादीशुदा थी या नहीं इसकी भी पुष्टि फिलहाल अस्पताल प्रबंधन नहीं कर पाया है। महिला की गिरफ्तारी के बाद ही सारी सच्चाई सामने आ पाएगी।