हरियाणा के Rewari में सर्दी अपने चरम पर पहुंच गई है। सोमवार को न्यूनतम तापमान ने पिछले 10 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 2 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की। यह इस तारीख को अब तक का सबसे कम तापमान है। हालांकि दिन में धूप निकली, लेकिन बर्फीली हवाओं ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया। पूरे दिन ठंडी हवाओं का असर बना रहा, जिससे मौसम बेहद सर्द बना रहा।
पहाड़ी हवाओं से बढ़ी शीतलहर
पहाड़ी इलाकों से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण मैदानी इलाकों में शीतलहर तेज हो गई है। दिन के समय भी तापमान सामान्य से काफी नीचे बना हुआ है। ठंडी हवाओं के चलते सुबह-शाम कोहरे की स्थिति फिलहाल नहीं बन रही है, लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि अगर हवा शांत हुई तो कोहरा छा सकता है। फिलहाल सुबह और रात में कड़ाके की ठंड जारी है।
तापमान में उतार-चढ़ाव और फसलों पर असर
मौसम विभाग के अनुसार, जल्द ही हवा की दिशा में बदलाव देखने को मिलेगा। फिलहाल उत्तरी हवाएं चल रही हैं, जो जल्द ही उत्तर-पश्चिमी हो सकती हैं। 17 दिसंबर को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, जिससे तापमान में हल्का उतार-चढ़ाव होगा। यह बदलाव गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि इससे फसल में फुटाव बेहतर होगा।
फसल की स्थिति बेहतर, रोग मुक्त सीजन
मौसम की इस स्थिति में किसानों को राहत भी मिल रही है। वर्तमान में फसलें अच्छी स्थिति में हैं और अभी तक किसी प्रकार की बीमारी का असर नहीं देखा गया है। सर्द मौसम गेहूं और अन्य रबी फसलों के लिए अनुकूल साबित हो रहा है।
रेवाड़ी में सर्द हवाओं और कड़ाके की ठंड ने जहां लोगों की दिनचर्या पर असर डाला है, वहीं किसानों के लिए यह मौसम उम्मीदें लेकर आया है। आने वाले दिनों में हल्के बदलाव के साथ ठंड का असर जारी रहने की संभावना है।