पंकज त्रिपाठी: अपने दमदार अभिनय से सबके दिलों पे राज करते हैं पंकज 

सादगी से भरा है पंकज का जीवन जो इनके अभिनय को और भी बेहतर बनाता है 

बिहार, गोपालगंज के नजदीक छोटे से गाँव बेलसंद के साधारण किसान परिवार में जन्मे हैं पंकंज इनका जन्म 5 सितम्बर 1976 को हुआ था अभी इनकी उम्र 42 वर्ष है 

अपने संघर्ष के दिनों में थियेटर करते थे फ़िल्मी दुनिया में पहला मौका रन फिल्म से मिला इसके बाद धीरे धीरे इन्होने अपने दमदार अभिनय की बदौलत बॉलीवुड में पैर जमा लिए इसके बाद गेंग्स ऑफ़ वासेपुर, मसान, कागज, गुलाल जैसी फिल्मों में अनोखे अंदाज के साथ काम किया और एक मंझे हुए कलाकार के तौर पर खुद को साबित किया 

2018 में आई वेब सीरीज मिर्जापुर में कमाल का अभिनय किया मिर्जापुर में एक बाहुबली का किरदार निभा रहे हैं जिसमें अखंडा नन्द त्रिपाठी उर्फ़ कालीन भईया के दमदार अभिनय से अलग पहचान मिली लोग इनको कालीन भईया के नाम से जानने लगे 

मिर्जापुर के बाद कई और वेब सीरीज जैसे क्रिमिनल जस्टिस, स्केयर्ड गेम आदि में कमाल का अभिनय किया अनके अबिनय में सादगी झलकती है जो इनके किरदार के साथ जुड़ जाती है इनके अभिनय को देखने से लगता है जैसे कोई फिल्म नहीं हक़ीकत देख रहे हैं जो इनको और भी परिपक्व बनाता है 

इनके अंदर गाँव का देशीपन और अल्हड़ता स्वाभाव में देखने को मिलती है अपने काम से बेतहासा प्यार करना और सादगी से रहना इनके जीवन और अभिनय दोनों को बेहतर बनाता है

परिवार की बात करें तो माता पिता इनके गाँव में रहते हैं मुंबई में ये अपनी पत्नी मृदुला और बेटी आशा के साथ रहते हैं पकंज का विवाह 15 जनवरी 2004 को हुआ था मुंबई में रहने के बावजूद इनका लगाव गाँव से बना रहता है छुट्टियों में समय बिताने ये गाँव आ जाते हाँ  

पंकज ने यह साबित किया है हमारी परिस्थिति कैसी भी हो लगन और मेहनत से सब कुछ पाया जा सकता है इसके अलावा पंकज से ये भी सीखने को मिलता है की कितनी भी ऊंचाई मिल जाए अपने प्राकृतिक स्वाभाव और सादगी से जुड़े रहना चाहिए