भारत के 8 पक्षी जिन्हें कभी आप रोज देखते थे लेकिन आब पिछली बार कब देखा है याद करना मुश्किल है
गिद्ध जिसे आप कुछ सालों पहले आम तौर आसमान में उड़ते हुए देख सकते हैं लेकिन याद कीजिए आपने पिछली बार कब देखा था
कठफुडवा भारतीय ग्रामीण क्षेत्रों में ये पक्षी आम तौर पर देखने को मिलता था लेकिन कुछ वर्षों से इन्हें भी देखना पाना ईद का चाँद है
जंगली उल्लु भी आम तौर पर गांवों में देखने को मिल जाता था लेकिन अब बहुत ही कम देकने को मिलता है
गौरैया को आप आम तौर पर घरों के आस पास देखते हैं लेकिन इनकी जितनी तादात पहले थी उसकी अपेक्षा अब बहुत कम दिखाई देती हैं
टिटहरी को आम तौर हवा में बोलते पाया जाता था इनकी टिर टिर की आवाज सुनाई देना आम बात थी लेकिन इनको भी अब कम देखा और सुना जाता है
बंटिंग सामान्य तौर पर गौरैया की तरह दिखती है इनमें थोड़ा पीलापन होता है इनको भी पेड़ों पर घोंसला बनाते देखा जा सकता था लेकिन अब बहुत कम
बाज को भी आम तौर पर आसमान में उड़ते देखा जाना सामान्य था लेकिन अब इनको भी देख पाना मुश्किल को गया है
सारस भी इन्हीं अनदेखे पक्षियों में से एक है जिसे पहले तो देख पाना आम बात थी लेकिन अब इनको भी कम देखा जाता है