Narnaul में हाथी पर सवार दूल्हे की अनोखी बारात, बिना दहेज के शादी ने पेश की मिसाल

हरियाणा के Narnaul में शुक्रवार रात एक अनोखी शादी ने सभी का ध्यान खींचा। दूल्हा हाथी और बैंड-बाजे के साथ अपनी दुल्हन को ले गया, लेकिन दहेज के नाम पर केवल एक रुपये का शगुन लिया। यह शादी पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गई।

विदेश में नौकरी करते हैं दूल्हा

राजस्थान के झुंझुनूं निवासी हरीश खन्ना, जो विदेश में एक प्रतिष्ठित कंपनी में नौकरी करते हैं और लाखों का पैकेज पाते हैं, ने नारनौल के मोहल्ला खडखड़ी निवासी निरंजन लाल चौहान और शकुंतला चौहान की बेटी नेहा से विवाह किया। दूल्हा शुक्रवार रात राजसी शान-शौकत के साथ बारात लेकर दुल्हन के घर पहुंचा। हाथी पर सवार दूल्हे को देखकर लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और उसके साथ सेल्फी लेने लगे।

दहेज का विरोध, एक रुपये का शगुन

दूल्हे के पिता संजय कुमार ने बताया कि उन्होंने इस शादी में कोई दहेज नहीं लिया और केवल एक रुपये का शगुन स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इस शादी का उद्देश्य समाज को दहेज रहित विवाह का संदेश देना था। दूल्हे हरीश खन्ना ने भी अपनी खुशी का भार दुल्हन के माता-पिता पर डालने को नैतिक और व्यावहारिक रूप से गलत बताया। हरीश ने कहा, “शादी रिश्तों का बंधन है, न कि लेन-देन का सौदा।”

सामाजिक बदलाव की मिसाल

इस शादी पर प्रतिक्रिया देते हुए सामाजिक संस्था प्रगतिशील शिक्षक ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय शर्मा ने इसे सामाजिक बदलाव का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “ऐसी शादियां सकारात्मकता का संदेश देती हैं और दहेज प्रथा के खिलाफ एक प्रेरणादायक उदाहरण बनती हैं। विवाह को रिश्तों का मिलन माना गया है, न कि दिखावे का माध्यम।”

दहेज प्रथा पर चोट

यह शादी दहेज प्रथा और अनावश्यक दिखावे के खिलाफ एक मजबूत संदेश देती है। ऐसी पहल समाज में नए बदलाव और सुधार की शुरुआत का प्रतीक है। दूल्हे और उसके परिवार ने दिखा दिया कि रिश्तों को पैसे से ज्यादा महत्व दिया जाना चाहिए।

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