अगस्त में Haryana में मानसून काफी तेज है। आज मौसम विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कैथल, करनाल, जींद और कुरुक्षेत्र जैसी जगहों पर बारिश होगी। इस महीने अब तक हरियाणा में सामान्य से 33 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून पहले जितना मजबूत नहीं है, लेकिन फिर भी बारिश होती रहेगी। हरियाणा के पश्चिमी, दक्षिणी और मध्य भागों में बारिश हो सकती है। 26 अगस्त के बाद उत्तरी इलाकों में मानसून फिर से मजबूत होगा। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि 28 अगस्त के आसपास मौसम में बदलाव आएगा। हाल ही में हिसार और कुरुक्षेत्र में बारिश हुई, लेकिन केवल कुछ छोटे इलाकों में, पूरे जिले में नहीं।
ठीक है! तो, भारत के एक स्थान हरियाणा में, कुछ इलाकों में उतनी बारिश नहीं हुई जितनी आमतौर पर होती है। हिसार, जींद, यमुनानगर, पलवल और रोहतक जैसे 16 स्थानों पर सामान्य से 30% से भी कम बारिश हुई। लेकिन दक्षिणी भाग में, जहाँ बाजरा बहुत ज़्यादा उगाया जाता है, वहाँ सामान्य से ज़्यादा बारिश हुई। महेंद्रगढ़ और नूंह जैसी जगहों पर ज़्यादा बारिश हुई!
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस महीने, अगस्त में, राज्य में सामान्य से काफ़ी ज़्यादा बारिश हुई, लगभग 33% ज़्यादा! लेकिन यमुनानगर, पंचकूला, पलवल, कैथल और फ़रीदाबाद जैसी कुछ जगहों पर सामान्य से कम बारिश हुई। दरअसल, 7 इलाकों में अभी भी ज़रूरत से कम बारिश हुई है। कुल मिलाकर, राज्य में इस साल सामान्य से लगभग 19% कम बारिश हुई है। अब तक राज्य में केवल 228.4 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि आमतौर पर 281.5 मिलीमीटर बारिश होती है।