Punjab में मानसून एक बार फिर सुस्त हो गया है। इसकी वजह बंगाल की खाड़ी में बना दबाव है, जिसका असर पूरे उत्तर भारत के मॉनसून पर पड़ रहा है. दबाव के कारण नम हवाएं पंजाब की ओर नहीं बढ़ पा रही हैं।जिसके चलते मौसम विभाग द्वारा 6-7 अगस्त को जारी किया गया येलो अलर्ट भी रद्द कर दिया गया है. अब बस यही उम्मीद है कि 7 अगस्त को पंजाब में बारिश होगी और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी.
पंजाब में 1 अगस्त के बाद से अच्छी बारिश नहीं हुई है. जिससे तापमान फिर से बढ़ने लगा है. रविवार को तापमान पिछले दिन की तुलना में 0.2 डिग्री अधिक पाया गया. मौसम विभाग केंद्र (IMD) के मुताबिक, यह तापमान सामान्य से 1.9 डिग्री ज्यादा है.
पंजाब के शहरों में तापमान एक बार फिर 40 डिग्री के करीब पहुंच गया है. रविवार को फाजिल्का का तापमान 39.7 डिग्री दर्ज किया गया. अगर आने वाले दिनों में बारिश नहीं हुई तो तापमान फिर से बढ़ना शुरू हो जाएगा।
पंजाब में इस सीजन में अब तक 40 फीसदी कम बारिश हुई है. 1 जून से 4 अगस्त तक पंजाब में 146.6 मिमी बारिश हुई है, जबकि इन दो महीनों में पंजाब में 242.9 मिमी बारिश होनी चाहिए थी. फतेहगढ़ साहिब में पूरे सीजन में सबसे कम बारिश हुई है. यहां मात्र 70.6 मिमी बारिश हुई है, जबकि दो माह में 271.3 मिमी बारिश होनी चाहिए थी.
इसी तरह एसएएस नगर में 71 फीसदी, रूपनगर में 60 फीसदी और एसबीएस नगर में 64 फीसदी कम बारिश हुई है. पंजाब में पठानकोट, अमृतसर, तरनतारन और मनसा ही ऐसे चार जिले हैं जहां सामान्य बारिश दर्ज की गई है।