किसान नेता Jagjit Singh Dallewal की स्थिति गंभीर हो गई है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने आमरण अनशन को जारी रखा है। डॉक्टरों ने उनकी हालत को लेकर एक्यूट अटैक की आशंका जताई है। शुक्रवार को डॉक्टरों की टीम ने उन्हें मंच पर लाकर किसानों को संबोधित करने का मौका दिया।
कर्जमाफी और स्वामीनाथन रिपोर्ट की मांग
मंच पर दल्लेवाल ने भावुक संबोधन में कहा, “करीब 7 लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं। सरकार को चाहिए कि किसानों का कर्ज माफ करे और डॉ. स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करे। हमें किसानों को आत्महत्या करने से रोकना होगा।”
18 दिनों से जारी आमरण अनशन
दल्लेवाल पिछले 18 दिनों से आमरण अनशन पर हैं। उनकी बिगड़ती तबीयत ने चिंता बढ़ा दी है। डॉक्टरों का कहना है कि उनके किडनी और लीवर लगभग काम करना बंद कर चुके हैं। हालांकि, डॉ. स्वेमैन की टीम उनकी देखभाल में जुटी हुई है।
किसानों की लड़ाई में अडिग
डॉक्टरों की चेतावनी के बावजूद दल्लेवाल का कहना है कि यह संघर्ष किसानों के हक के लिए है और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वह पीछे नहीं हटेंगे।
सरकार पर बढ़ता दबाव
इस आंदोलन के चलते सरकार पर दबाव बढ़ गया है। किसानों और आम जनता में इसे लेकर गहरी चिंता है। सभी की निगाहें अब सरकार की ओर हैं कि वह इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है।