पंजाब बीजेपी के अध्यक्ष Sunil Jakhar ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद अपने पद से हटने की इच्छा जताई है। Sunil Jakhar ने गुरुवार को खुलासा किया कि उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें पद छोड़ने का अनुरोध किया है। Sunil Jakhar ने कहा, “मेरी नैतिकता मुझे इस पद पर बने रहने की अनुमति नहीं देती।”
पार्टी के प्रदर्शन पर चर्चा
Sunil Jakhar ने बताया कि हालांकि बीजेपी की वोट हिस्सेदारी छह प्रतिशत से बढ़कर 18 प्रतिशत हो गई, लेकिन पार्टी राज्य की 13 लोकसभा सीटों में से एक भी सीट पर जीत दर्ज नहीं कर सकी। जाखड़, जो जुलाई 2023 में पंजाब बीजेपी के अध्यक्ष बने थे, ने राज्य से जुड़े कई मुद्दों को पार्टी नेतृत्व के समक्ष उठाया।
उपचुनाव प्रचार से दूरी
Sunil Jakhar की अनुपस्थिति ने पार्टी में उनकी भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वह 20 नवंबर को पंजाब में होने वाले चार विधानसभा सीटों के उपचुनावों के प्रचार में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। उन्हें आखिरी बार 18 अक्टूबर को चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए देखा गया था।
हरियाणा को चंडीगढ़ में जमीन आवंटन पर जाखड़ का विरोध
Sunil Jakhar ने चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा भवन निर्माण के लिए 10 एकड़ जमीन आवंटित करने के कथित कदम का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से इस फैसले को रद्द करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “चंडीगढ़ सिर्फ पंजाब की राजधानी नहीं, बल्कि पंजाब का दिल है। हरियाणा को विधानसभा के लिए जमीन देने से पंजाब के लोगों की भावनाएं आहत होंगी।“
केंद्र सरकार के इस प्रस्ताव के तहत हरियाणा सरकार ने चंडीगढ़ प्रशासन को पंचकूला में 12 एकड़ जमीन देने के बदले चंडीगढ़ में आईटी पार्क रोड के पास 10 एकड़ जमीन की पेशकश की है।
चंडीगढ़ का विशेष महत्व
वर्तमान में, पंजाब और हरियाणा दोनों ही चंडीगढ़ स्थित साझा विधानसभा भवन का उपयोग करते हैं। जाखड़ ने इस कदम को पंजाब के हितों के खिलाफ बताते हुए इसे गंभीर मुद्दा करार दिया।
Sunil Jakhar के इस बयान और इस्तीफे की पेशकश ने पंजाब बीजेपी और राज्य की राजनीति में नई बहस को जन्म दे दिया है।