राज्य सरकार द्वारा धान की खरीद 1 अक्टूबर को शुरू की गई थी, लेकिन आढ़तियों की हड़ताल के कारण मंडियों में धान की खरीद शुरू नहीं हुई। इससे किसान काफी संकट में थे। गौरतलब है कि आढ़तियों की हड़ताल के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आढ़तियों के साथ बैठक की. इसके बाद आढ़तियों की हड़ताल खत्म हो गई है जिसके चलते आढ़तियों ने Dhuri अनाज मंडी में हड़ताल खत्म कर दी है और मंडियों में काम करना शुरू कर दिया है। आरती ने किसानों से मंडियों में सूखा धान लाने की अपील की है.
इस बारे में जब मार्केट कमेटी के चेयरमैन राजवंत सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि धूरी अनाज मंडी में खरीद के सभी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं और धान की खरीद को लेकर सभी खरीद केंद्रों को आदेश जारी कर दिए गए हैं.
उधर, धान नहीं बिकने से नाराज किसान संगठनों ने भी सड़क जाम करने का ऐलान किया है. धान खरीद को लेकर स्थिति नाजुक दौर की ओर बढ़ रही है और अगर आने वाले दिनों में आढ़तियों और मजदूरों की हड़ताल खत्म नहीं हुई तो धान मंडियों से बाहर हो जाएगा और स्थिति और खराब हो सकती है और किसान हड़ताल पर आ जाएंगे. सड़कें. जानकारी के मुताबिक पंजाब सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने खुद मंडियों का दौरा किया और धान की खरीद शुरू करने की कोशिश की, लेकिन आढ़तियों द्वारा अपनी दुकानों पर आए धान को बेचने से इनकार करने के कारण खरीद नहीं हो सकी. कई जगहों पर हड़ताल के कारण किसानों ने अपने ग्राहकों से अभी फसल नहीं लाने को कहा है और कई जगहों पर धान मंडियों में पहुंचना भी शुरू हो गया है. जिले की शहरी मंडियों में तो कई दिनों से लगातार धान की आवक शुरू हो गई थी, लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों के खरीदी केंद्रों में भी धान की आवक शुरू हो गई है.