अमृतसर किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी ने 3 अक्टूबर को 02 घंटे के राष्ट्रव्यापी ट्रेन रोको आंदोलन की घोषणा की है. किसान नेता Sarwan Pandher ने कहा कि पंजाब के 22 जिलों में करीब 35 जगहों पर रेलवे का चक्का जाम करने का ऐलान किया गया है.
अमृतसर में देवी दासपुरा से लेकर जिला गुरदासपुर में बटाला, तरनतारन और पट्टी, जिला होशियारपुर में टांडा और होशियारपुर खास, जिला लुधियाना में किला रायपुर और साहनेवाल, जिला जालंधर में फिल्लौर और लोहियां, तलवंडी भाई मल्लांवाला, मक्खू, गुरुहरशाय में फिरोजपुर, मोगा में मोगा स्टेशन, जिला पटियाला में पटियाला स्टेशन, मुक्तसर में मलोट, कपूरथला जिले में हमीरा और सुल्तानपुर, संगरूर जिले में मालेरकोटला में सुनाम, फरीदकोट में अहमदगढ़, बठिंडा में सिटी फरीदकोट, पठानकोट में रामपुरा फूल, पठानकोट में परमानंद। उपरोक्त पूरे भारत में रेल रोको आंदोलन होगा।
इसके अलावा हरियाणा में तीन जगह, राजस्थान में दो जगह, तमिलनाडु में दो जगह, मध्य प्रदेश में दो जगह और यूपी में तीन जगह पर ट्रेनों के पहिए जाम किए जाएंगे. उन्होंने पंजाब के किसान संगठनों और कार्यकर्ताओं से 3 अक्टूबर को उपरोक्त रेल रोको आंदोलन में भाग लेने की अपील की.
इस दौरान Sarwan Pandher ने रवनीत बिट्टू पर निशाना साधते हुए कहा कि रवनीत बिट्टू का कल बयान आया था कि धान की खरीद न होने और धान की अन्य समस्याओं के लिए किसान जिम्मेदार हैं और उन्हें डीजल के बारे में क्या पता है. उन्होंने कहा कि रवनीत बिट्टू किसानों को बांट रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अगर जीप गिराकर तुम्हें मार दिया जाता तो तुम्हारे कॉलेज को नुकसान होता और तुम्हें न्याय नहीं मिलता. जिन्होंने तुम्हें मारा उन्हें ज़मानत पर निकाल लेते, फिर पूछते कि तुम्हारे दिल पर क्या गुजर रही है. उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी के पीड़ित आज भी न्याय के लिए भटक रहे हैं.