Ramnagar Fort: रामनगर किले का इतिहास जानकर गर्व से फूल जाएँगे - Trends Topic

Ramnagar Fort: रामनगर किले का इतिहास जानकर गर्व से फूल जाएँगे

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काशी बनारस के ramnagar fort के बारे में आपको जरुर जानना चाहिए इसका इतिहास आपको रोमांचित कर देगा

Ramnagar Fort ke bare mein jankari

नमस्कार दोस्तों आज एक लेख में हम आपको भगवान भोलेनाथ की नगरी काशी के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसे कि हम बनारस के नाम से भी जानते हैं और यह पूरी दुनिया का सबसे पुराना शहर कहा जाता है हम उसी बाबा महादेव की नगरी काशी के रामनगर किले के बारे में आपको संपूर्ण जानकारी देंगे।

यह किला बलुआ पत्थर से बनी एक बहुत ही सुंदर संरचना है इस किले को 18वीं शताब्दी में वाराणसी के राजा काशी नरेश बलवंत सिंह ने मुगल शैली में 1750 ईस्वी में बनवाया था।

यह किला उत्तर प्रदेश मैं गंगा नदी के पास जिला बनारसी के रामनगर में स्थित है यह वाराणसी से करीब 14 किलोमीटर दूर और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से इसकी दूरी 2 किलोमीटर है।

परंतु अब इस किले को सरकार ने अपने अंडर में ले लिया है किले की चमक नहीं रह गई है इस किले में काफी  बड़ी सुरंग भी है जो कि चुनार किले पर सीधी निकलती है यदि किसी को जाना है तो उसके लिए पांटून पुल बनवाया गया है। 

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यदि मौसम खराब रहता है तो इसके लिए मैं केवल नौका विहार के माध्यम से ही जा सकता है जो भी पर्यटक वाराणसी आते हैं वह इस किले को देखने के लिए जरूर आते हैं आज इस लेख में हम आपको रामनगर किले से संबंधित इतिहास रोचक तथ्य और रामनगर किला कब देखने जाना चाहिए।

इन सभी बातों की संपूर्ण जानकारी दे रहे हैं यदि आप भी रामनगर किला देखने के लिए जाएंगे तो आपके लिए यह लेख काफी फायदेमंद होगा इसलिए इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।

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रामनगर किले का इतिहास (History of Ramnagar Fort)

महाभारत के रचयिता वेदव्यास जी का निवास स्थान की रामनगर है वेदव्यास जी रामनगर में रहकर तपस्या करते थे और इस किले का निर्माण 18वीं शताब्दी में इस महान तपस्वी को समर्पित करने के रूप में ही बनाया गया था।

परंतु किले की दीवारों पर जो आकृतियां उकेरी गई है वह पत्र भी शताब्दी की है परंतु फिर भी 18वीं शताब्दी तक यहां भगवान राम की जीवन के बारे में कई कार्यक्रम यहां पर आयोजित किए गए थे इस नगर को पहले  व्यास काशी के नाम से जाना जाता था। 

परंतु इसका नाम फिर रामनगर पड़ गया काशी के राजा नरेश सिंह बलवंत सिंह यहां पर अपने परिवार के साथ रहते थे और उन्होंने इसके लिए में रहते हुए अंदर कई मंदिर बनवाए।

वर्तमान में जो काली परिवार है वह अभी किले के अंदर ही रहता है परंतु वह  साही शासन को समाप्त कर दिया गया है और इस किले को पर्यटकों के लिए भी बोल दिया गया है।

रामनगर का किला कहां स्थित है (Where is the Ramnagar fort situated)

रामनगर का किला बनारस की गंगा नदी के पूर्वी तट पर स्थित है यह किला बनारस की रेलवे स्टेशन से करीब 14 किलोमीटर और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है लेकिन तुलसी घाट के बिल्कुल सामने ही है।

पत्रिका न्यूज़
ramnagar fort, image credit youtube manmauji talk

रामनगर किले को देखने का समय (Time to visit Ramnagar Fort) 

यदि आप रामनगर किले की सैर करना चाहते हैं तो यह सुबह 10:00 बजे से 5:00 बजे तक खुला रहता है किला रविवार और सरकारी छुट्टियों के समय भी खुला रहता है परंतु यह होली के त्यौहार पर बंद रहता है।

रामनगर किले की सैर (Ramnagar Fort Tour)

चलिए आपको आज हम रामनगर किले की सैर कराते हैं सबसे पहले रामनगर का किला देखने के लिए आपको टिकट काउंटर जाना होगा।

इस काउंटर पर बड़ों के  लिए  ₹75 और छोटे बच्चों के लिए ₹20 निर्धारित शुल्क रखा गया है तो हमने भी टिकट ले लिए हैं और उसके पास में ही एक म्यूजियम मैं जाने के लिए गेट बना हुआ है। 

इस गेट के द्वारा ही हमें म्यूजियम में एंट्री लेनी होती है इस गेट पर आपकी टिकट की  दोबारा जांच होगी इसलिए आपको टिकट संभाल कर रखना होगा।

जैसे ही हम म्यूजियम मेंएंटर करते हैं हमारे सामने अंग्रेजों के समय की पॉपुलर गाड़ियां दिखाई देगी इस गाड़ी का नाम लाडो गाड़ी है जैसे ही आप उस गाड़ी को देखेंगे अंग्रेजों के शासनकाल में हो जाएंगे थोड़े आगे चलने पर हमें हाथी के दांतो से बनी बग्गी दिखाई देगी जिसे दंते बग्गी कहां जाता है इसके अलावा यहां पर चांदी  के   कोच दिखाई देने लगेंगे  जिनका अगला चांदी से बना होता है।

सबसे मजेदार बात यह है कि वर्तमान गाड़ियों की वजह अब यहां हमें आम आदमी के काम में लाने जाने बाली टमटम एवं बैलगाड़ी दिखाई देगी और यह आकार में बहुत बड़ी होती है  इसी तरह राम किले की सैर बहुत ही आसानी से की जा सकती है यदि आप भी राम केले की सैर करेंगे तो सबसे पहले आपको यही चीजें दिखाई देंगी।

रामनगर किला इतना प्रसिद्ध क्यों है (why ramnagar fort is so famous)

आप गूगल पर सर्च करेंगे कि रामनगर किला इतना प्रसिद्ध क्यों है, क्योंकि इसे मुगल शैली की वास्तुकला से निर्मित क्रीम रंग के बलुआ पत्थर से बनाई हुई एक गढ़वाली इमारत है किले के अंदर दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर वेदव्यास मंदिर एक बहुत ही बड़ी खगोलीय घड़ी इसके साथ ही नक्काशी दार बालकनी संग्रहालय मंडप खुला आंगन स्वागत कक्ष और हॉल दरबार आदि बने हुए हैं साथी यहां पर राजाओं का निवास क्षेत्र भी बना हुआ है जहां पर किसी को भी जाने की अनुमति नहीं दी गई है।

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ramnagar fort, image credit patrika news

रामनगर की खगोलीय घड़ी (Astronomical clock of Ramnagar)

19वीं शताब्दी में इस घड़ी का निर्माण वाराणसी के राजा के दरबार में एक वैज्ञानिक द्वारा किया गया था यह बहुत ही दुर्लभ घड़ी है लेकिन यह घड़ी ऐसी है जो समय के साथ-साथ दिन 17 महीने और ग्रहण चंद्रमा और सूर्य की स्थिति के बारे में भी खगोलीय जानकारी देती है।

वाराणसी के महाराजाओं की सूची 

  • राजा बलवंत सिंह
  • राजा उदित नारायण
  • श्रीमान मंसाराम
  • राजा  लेह सिंह
  • राजा महीप नारायण सिंह
  • कैप्टन एचएल महाराजा श्री सर आदित्य नारायण सिंह
  • HL महाराजा श्री अनंत नारायण सिंह
  • वर्तमान वाराणसी के महाराजाओं की सूची
  • एयरटेल महाराजा श्री ईश्वरी प्रसाद नारायण सिंह
  • एचएल महाराजा श्री डॉक्टर विभूति नारायण सिंह
  • लेफ्टिनेंट कर्नल महाराजा श्री सर प्रभु नारायण सिंह बहादुर 

रामनगर किले में घूमने का सही समय (Best time to visit Ramnagar Fort)

आप रामनगर का किला घूमना चाहते हैं तो आपको यहां पर अक्टूबरसे मार्च महीने में आना चाहिए क्योंकि इस महीने में हल्की सी ठंडी रहती है और उसका लुफ्त उठाते हुए आप यहां घूम सकते हैं और यहां पर  दशहरा के समय भगवान राम कि जीवन से संबंधित कार्यक्रमों को मंचों के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।

रामनगर किले का संग्रहालय (Ramnagar Fort Museum)

किले के अंदर एक संग्रहालय हैं जिसे सरस्वती भवन भी कहा जाता है इस भवन के अतीत में एक सार्वजनिक दर्शन हॉल था। लेकिन वर्तमान समय में संग्रहालय मैं हाथी दांत की आकृतियां अमेरिका की पुरानी कारों मध्यकालीन वेशभूषा सोने के गहने चांदी के काम पालकी कुर्तियां पुरानी बंदूकें हाथी की कॉपी और ऐसी अन्य चीजों का दुर्लभ संग्रहालय है और साथी अनेक किताबें जैसे पांडुलिपि या चित्र पुस्तकें हैं और यहां की सबसे महत्वपूर्ण वस्तु है जिसे खड़ा है। 

रामनगर किले का निर्माण ( Ramnagar fort building)

इसके लिए का निर्माण राजा बलवंत सिंह ने 17 वी सदी में किया था यह मेल काशी नरेश का साईं निवास था इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा विद्या मंदिर है। जो शासकों के काल की अदालत का प्रतिनिधित्व करता है। इसके लिए मैं ऐसी कई चीजें है जो किले में रखी तो चांदी का सिहासन आधी है यह अंग्रेजो के समय की याद दिलाती है।

Conclusion 

दोस्तों आज के इस लेख में हमने आपको रामनगर किले (Information About Of Ramnagar Fort In Hindi) के बारे में विस्तार से सभी जानकारी बताइए वैसे तो भारत में पुराने समय के आज कई ऐसे किले हैं जिनके बारे में जानकारी प्राप्त करना हमारे लिए एक बहुत बड़ी बात है। हमने आपको रामनगर के लिए से जुड़ी सभी जानकारी विस्तार से साझा की है आशा करते हैं दोस्तों ऐसे भी जानकारी आपको अच्छी लगी होगी धन्यवाद।

Credit

The credit for this article should be given to Pooja Yadav who writes for https://spcrunch.com/

2 thoughts on “Ramnagar Fort: रामनगर किले का इतिहास जानकर गर्व से फूल जाएँगे

  1. Very well presented. Every quote was awesome and thanks for sharing the content. Keep sharing and keep motivating others.

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