Punjab के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य सरकार ने अपने रोजगार मिशन के तहत अब तक 50,000 युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं। साथ ही, उन्होंने जल्द ही स्वास्थ्य, शिक्षा, और अन्य विभागों में नए भर्ती अभियान शुरू करने का वादा किया। यह घोषणा मुख्यमंत्री ने युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपने के कार्यक्रम में की।
सरकार का रोजगार पर फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को सशक्त और सक्षम बनाने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अब तक की नियुक्तियों में योग्यता और पारदर्शिता का पूरा ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह पहल राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में युवाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए है। इसके अलावा, जो युवा उम्र की सीमा पार कर चुके हैं, उनके लिए भी समाधान खोजने की दिशा में काम हो रहा है।
कड़ी मेहनत और सफलता का मंत्र
भगवंत मान ने युवाओं को मेहनत का महत्व समझाते हुए कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे समर्पण और कड़ी मेहनत के साथ अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ें। उन्होंने कहा, “जो लोग जमीन से जुड़े रहकर मेहनत करते हैं, वे ही असली विजेता होते हैं।”
शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े कदम
पंजाब को चिकित्सा शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनाने के लिए राज्य सरकार ने मोहाली, कपूरथला, संगरूर, होशियारपुर, और मलेरकोटला में पांच नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन मेडिकल कॉलेजों से राज्य के लोगों को उन्नत चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही, युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए हाईटेक सेंटर उपलब्ध कराए जाएंगे। इन केंद्रों का उद्देश्य यूपीएससी और अन्य राष्ट्रीय परीक्षाओं में पंजाब के युवाओं की सफलता सुनिश्चित करना है।
युवाओं से सरकार की उम्मीदें
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियों में शामिल हुए युवाओं को समर्पण और मिशनरी भावना के साथ जनता की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे विनम्रता के साथ समाज के जरूरतमंद वर्गों की मदद करें। उन्होंने कहा, “आपकी कलम का उपयोग समाज में बदलाव लाने के लिए होना चाहिए।”
निष्पक्षता और पारदर्शिता
भगवंत मान ने बताया कि अब तक की 50,000 नियुक्तियों में पूरी पारदर्शिता बरती गई है। उन्होंने गर्व के साथ कहा कि इन नौकरियों में से एक भी अदालत में चुनौती नहीं बनी है। उन्होंने इसे सरकार की ईमानदारी और योग्यता-आधारित भर्ती प्रक्रिया का प्रमाण बताया।
विपक्ष पर निशाना
मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि पूर्व सरकारों ने हमेशा राज्य के हितों की अनदेखी की। उन्होंने सुखबीर सिंह बादल और कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आरोप लगाया कि वे पंजाब के विकास के प्रति उदासीन रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पंजाब के हितों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
युवाओं के लिए संदेश
मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहा कि वे अपनी उपलब्धियों पर अहंकार न करें और हमेशा जमीन से जुड़े रहें। उन्होंने सफलता का सही अर्थ समझाते हुए कहा कि कड़ी मेहनत और समाज की सेवा ही सच्ची जीत है। उन्होंने युवाओं को यह भी सलाह दी कि वे अपने जीवन में अच्छा इंसान बनने और समाज के विकास में योगदान देने का प्रयास करें।