पंजाब। Punjab सरकार नशे के खिलाफ सख्त एक्शन के मूड में है। इसी क्रम में आज बरनाला में नशा तस्कर की संपत्ति पर बुलडोजर चलाया जाएगा। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह आज रूपनगर (रोपड़) का दौरा करेंगे। नशा मुक्ति मुहिम पर नजर रखने के लिए बनी हाई-पावर कमेटी के सदस्य के रूप में वह सिविल अस्पताल की अचानक निरीक्षण करेंगे और जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेंगे।
हालांकि, Punjab सरकार द्वारा नशे के खिलाफ उठाए गए कदमों पर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने दावा किया कि इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए आगामी बजट में विशेष प्रावधान किए जाएंगे।

अकाली-भाजपा सरकार के समय आया ‘चिट्टा’
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि Punjab में नशीली दवाओं की महामारी के लिए शिरोमणि अकाली दल (शिअद)-भा.ज.पा. गठबंधन और कांग्रेस सरकार जिम्मेदार हैं। उनके अनुसार, 2007 से पहले पंजाब में हेरोइन या ‘चिट्टा’ जैसी सिंथेटिक दवाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। अकाली-भा.ज.पा. शासन के दौरान इन नशे की दवाओं ने राज्य में प्रवेश किया और हमारे युवाओं को बर्बाद कर दिया।
चीमा ने यह भी आरोप लगाया कि इन दलों ने Punjab की युवा पीढ़ी को रोजगार और अवसर देने के बजाय नशे की लत में धकेलने की साजिश रची। उन्होंने कहा कि 2017 में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नशे को समाप्त करने का वादा किया था, लेकिन उनकी सरकार ने तस्करों के साथ अपने संबंधों को और मजबूत किया।
12 दिन में 1188 ड्रग तस्कर गिरफ्तार।
पंजाब में 12 दिनों से चल रही नशा विरोधी मुहिम के तहत 875 एफआईआर दर्ज कर 1,188 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान 35 लाख रुपए की ड्रग मनी जब्त की गई, साथ ही 68 किलोग्राम हेरोइन, 873 किलोग्राम भुक्की, 42 किलोग्राम अफीम, 3.5 किलोग्राम चरस और 6,74,370 नशीली गोलियां बरामद की गई हैं।