PM Vishwakarma Yojana: पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है? कैसे मिलेगा 5% ब्याज पर लोन

PM Vishwakarma Yojana: पी एम विश्वकर्मा योजना के माध्यम से इन 18 व्यवसाय से जुड़े लोगों को मिलेगा लाभ और साथ ही मिलेगा 5% ब्याज दर पर लोन 

PM Vishwakarma Yojana

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से अपने अभिभाषण में ‘विश्वकर्मा योजना’ की शुरुआत करने का ऐलान किया था। जिसके फलस्वरूप केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा बुधवार को 13000 करोड़ रु. की मंजूरी दे दी गई है। PM Vishwakarma Yojana का शुभारंभ 17 सितम्बर को ‘विश्वकर्मा जयंती’ के दिन होगा।

PM Vishwakarma Yojana

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आपको बता दें की, केंद्र सरकार द्वारा परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता देने के लिए ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना की शुरुआत की जानी है। ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा’ योजना अंतर्गत वित्त वर्ष 2023-24 से वित्त वर्ष 2027-28 के दौरान कुल 5 वर्षों में तेरह हजार करोड़ रुपये का बजट रखा गया है।

पीएम श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने बुधवार को इस योजना के लिए मंजूरी प्रदान की। इस योजना के माध्यम से पहली बार 18 प्रकार के परंपरागत व्यवसायों से जुड़े परिवारों को लाभ दिया जाएगा। PM Vishwakarma Yojana के द्वारा पूरे भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान की जाएगी।

PM Vishwakarma Yojana अंतर्गत किन व्यवसाय को शामिल किया जाएगा?

PM Vishwakarma Yojana अंतर्गत इन 18 परंपरागत व्यवसायों से जुड़े परिवारों को शामिल किया जाएगा।

क्र.व्यवसाय
1बढ़ई (सुथार)
2नाव निर्माता
3अस्त्र बनाने वाले
4लोहार
5हथौड़ा और टूल किट निर्माता
6ताला बनाने वाले
7गोल्डस्मिथ (सुनार)
8कुम्हार
9मूर्तिकार (पत्थर तराशने वाले, पत्थर तोड़ने वाले)
10मोची (चर्मकार)/जूता कारीगर
11मेसन (राजमिस्त्री)
12टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/जूट बुनकर
13गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक)
14नाई
15माला बनाने वाले
16धोबी
17दर्जी
18मछली पकड़ने का जाल आदि बनाने वाले
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PM Vishwakarma Yojana के उद्देश्य

  • PM Vishwakarma Yojana योजना का मकसद विभिन्न परिवारों द्वारा परंपरागत रूप से किए जा रहे कौशल के कार्यों को विकसित करना और लोगों के कौशल को एक हाथ से दूसरे हाथ में हस्तांतरित करना है। 
  • इस योजना के माध्यम से कौसल कार्यों की गुणवत्ता बेहतर करने का काम किया जाएगा, साथ ही हस्तशिल्पियों और हस्त्कालाकारों के उत्पादों और सेवाओं की पहुंच को बढ़ाने के प्रयास किए जाएँगे। 

PM Vishwakarma Yojana के लाभ

PM Vishwakarma Yojana के द्वारा आधुनिक परिवेस में पीछे छूट गए गुरु-शिष्य परंपरा के तहत चले आ रहे परम्परागत व्यवसायों को मदद मिल सकेगी। इस योजना के अंतर्गत 30 लाख परिवारों के एक व्यक्ति को इस योजना से जोड़ा जाएगा।

योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर के साथ 1 लाख रुपये (प्रथम किश्त) और 2 लाख रुपये (द्वितीय किश्त) तक की ऋण सहायता दी जाएगी। इसके साथ साथ कौशल विकास सामग्री खरीदने में भी मदद प्रदान की जाएगी। प्रथम वर्ष में 5 लाख परिवारों को योजना से जोड़ा जाएगा और वित्तीय वर्ष 2024 से वित्तीय वर्ष 2028 तक कुल 5 वर्षों में 30 लाख परिवारों को इसका लाभ दिया जाएगा।

इस योजना के अंतर्गत दो तरह का कौशल विकास कार्यक्रम होगा जिसमें पहला ‘बेसिक’ और दूसरा ‘एडवांस’ होगा। इसका कोर्स करने वाले लाभार्थियों को 500 रुपये प्रतिदिन का मानदेय मिलेगा, साथ ही लाभार्थियों को आधुनिक उपकरण क्रय करने के लिए 15,000 रुपये दिए जाएँगे।

PM Vishwakarma Yojana अंतर्गत विश्वकर्मा प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा

PM Vishwakarma Yojana के लाभार्थियों की पहचान की जाएगी। पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और आईडी सामान्य सेवा केंद्रों (CSC) के माध्यम से प्रदान किए जाएंगे। योजना के तहत जुड़े लोगों के कौशल विकास, बाजार पहुंच और आर्थिक सहयोग पर ध्यान दिया जाएगा। उन्हें सामान्य और उच्च गुणवत्ता की ट्रेनिंग दी जाएगी। डिजिटल लेनदेन में प्रशिक्षण और प्रोत्साहन भी दिया जाएगा।

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Disclaimer

PM Vishwakarma Yojana से सम्बंधित यहाँ दी गई जानकारी विभिन्न श्रोतों से प्राप्त जानकारी के आधार पर बताई गई है जिसमें त्रुटी की सम्भावना निहित है, यदि आपको लगता है की लेख में कोई त्रुटिपूर्ण जानकारी है तो हमें जरुर बताएँ, धन्यवाद 

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