Sidhu Moosewala के छोटे भाई, जिन्हें परिवार ने प्यार से “छोटा सिद्धू” कहा है, की पहली लोहड़ी का जश्न पूरे भावनात्मक माहौल में मनाया गया। इस मौके पर मां चरण कौर और पिता बलकौर सिंह अपने जज्बातों को रोक नहीं सके और बेटे के प्रति अपनी गहरी भावनाएं व्यक्त कीं।
मां चरण कौर ने कही दिल छू लेने वाली बातें
मां चरण कौर ने कहा, “तेरे लौटने से मुझे एहसास हुआ कि मैं अब भी सांस ले रही हूं। तेरे आने से मैंने सतगुरु के आशीर्वाद से अपने दुःख पर मरहम लगा लिया। बेटा, तेरा आना जैसे भगवान का न्याय है। मेरा मन कहता है कि मुझे तेरे दो रूप देखने थे—मेरा बड़ा शुभू और अब तू, मेरा छोटा शुभू। मेरी पहली प्रार्थना है कि तू अपने बड़े भाई की तरह बुद्धिमान और साहसी बने।”
पिता बलकौर सिंह ने भी व्यक्त किए अपने भाव
पिता बलकौर सिंह ने कहा, “जब तुम चले गए तो मेरी दुनिया ही उजड़ गई। तुम्हें चुपचाप पड़े देखा तो मेरा दिल टूट गया। लेकिन सतगुरु ने मुझे तुम्हारे रूप में फिर से खुशी दी। जब मैं तुम्हारे छोटे से चेहरे को देखता हूं, तो उसमें बड़े शुभू का अक्स नजर आता है। मेरी पहली लोहड़ी मुबारक हो, मेरे बब्बर शेर।”
इस भावुक अवसर पर परिवार ने बड़े भाई सिद्धू मूसेवाला की यादों को ताजा करते हुए छोटे सिद्धू के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। परिवार के इस प्यार और सतगुरु के आशीर्वाद ने इस लोहड़ी को उनके लिए खास बना दिया।