Bhiwani में बीती रात कपड़े के चिनार मिल में भीषण आग लग गई। आग इतनी भयंकर थी कि फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के मौके पर पहुंचने में देरी और उनका ठीक से काम न करने के कारण कई घंटे तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका। देखते ही देखते मिल में रखा करोड़ों रुपये का कपड़ा, गोदाम और ऑफिस जलकर राख हो गए। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
मिल का नुकसान और देरी से पहुंची फायर ब्रिगेड
चिनार मिल भिवानी का एक पुराना और प्रसिद्ध उद्योग है, जो शहर के रोजगार का बड़ा स्रोत रहा है। अचानक से आग लगने के कारण फैक्ट्री का सारा तैयार कपड़ा जलकर राख हो गया। आग पर काबू पाने में कई घंटों तक कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद सीटीएम विपिन कुमार, डीएसपी अशोक कुमार और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची, लेकिन स्थानीय लोगों और मिल कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि फायर ब्रिगेड की गाड़ी समय पर नहीं पहुंची और फिर काम भी ठीक से नहीं कर पाई।
मिल कर्मचारियों का संघर्ष
मिल के कर्मचारियों ने स्थानीय लोगों की मदद से कुछ कपड़ा जेसीबी और पिकअप गाड़ी में निकालने की कोशिश की, लेकिन वे ज्यादा कामयाब नहीं हो सके। आग बढ़ने के कारण पूरी मिल और उसमें रखा माल जलकर राख हो गया।
प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
मौके पर पहुंचे सीटीएम विपिन कुमार ने बताया कि आग के कारणों का पता नहीं चला है और अभी आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं। भिवानी के अलावा दादरी और रोहतक जिलों से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मंगवाई गईं, लेकिन इस घटना पर सामाजिक कार्यकर्ता कामरेड ओमप्रकाश ने प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाया। उनका कहना था कि फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बहुत देर से पहुंचीं और आग पर काबू पाने में मदद नहीं मिली। मिल मालिकों का भारी नुकसान हुआ है और प्रशासन की ओर से कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किए गए थे।