करनाल। भविष्य में नई तकनीक से बनने वाली गाड़ियों के कौशल के साथ ही इंजीनियर तैयार होंगे। इसे लेकर मारुति की ओर से पहल की गई है।
नीलोखेड़ी स्थित राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में मारुति की ओर से इस तरह की लैब स्थापित की जा रही है। जहां विद्यार्थी पाठ्यक्रम के अलावा Automobile प्लांट में नए तरीके से होने वाले कार्यों को जानेंगे , और अभ्यास भी कर सकेंगे।
Automobile में अब ईवी व सोलर आधारित वाहन भी तैयार किए जा रहे हैं। इससे संबंधित तकनीक का ज्ञान भी विद्यार्थियों को लैब के माध्यम से संस्थान स्तर पर मिलेगा। पॉलिटेक्निक के प्रिंसिपल ज्वाला प्रसाद का कहना है कि अभी तक मारुति की ओर से प्रदेश के किसी भी शिक्षण संस्थान में इस तरह की लैब स्थापित नहीं की गई है। वीरवार को आने वाली टीम लैब की स्थापना किस प्र्कार की जाए इसे लेकर सर्वे करेगी। लैब स्थापित होने के बाद विद्यार्थियों को Automobile संबंधित ट्रेनिंग संस्थान में ही मिलती रहेगी।
Automobile इंजीनियरों के अनुसार, कार निर्माता मुख्य रूप से Automobile प्रशिक्षण की तीन धाराओं में काम करता है। इनमें मोटर मैकेनिक प्रशिक्षण, ऑटो बॉडी रिपेयर और ऑटो बॉडी पेंट प्रशिक्षण शामिल है। इसके लिए कंपनी की ओर से अपने यहां ट्रेनिंग लेने आए युवाओं के लिए प्रशिक्षक तैनात किए जाते हैं।