हरियाणा में भाजपा नामक एक राजनीतिक दल है जो एक विशेष समारोह की तैयारी कर रहा है, जहाँ वे आधिकारिक रूप से अपना काम शुरू करेंगे। वहीं, कांग्रेस नामक एक अन्य दल को कुछ समस्याएँ हैं और वह अपने ही सदस्यों को दोषी ठहरा रहा है। भाजपा के एक पूर्व नेता Manohar Lal Khattar ने समाचार से बात की और कांग्रेस के बारे में मज़ाक करते हुए कहा कि वे इतनी बुरी स्थिति में हैं कि वे जहाज़ की तरह डूब सकते हैं और अगर वे डूबे, तो वे अपने साथ सबको ले जाएँगे। उन्हें लगता है कि कांग्रेस ऐसे ही काम करती है।
मुख्यमंत्री कहलाने वाले बड़े बॉस और उनकी टीम 17 अक्टूबर को पंचकूला नामक स्थान पर एक विशेष समारोह में अपना काम करने का वादा करेंगे। भाजपा नामक समूह हरियाणा नामक स्थान पर इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है और उन्होंने इसके लिए 17 अक्टूबर का दिन चुना है।
मुख्यमंत्री और उनकी टीम आधिकारिक रूप से अपना काम शुरू करने के लिए 17 अक्टूबर का दिन तय किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विशेष दिन को चुना है और यह पंचकूला नामक स्थान पर होगा।
जब एक नई सरकार बनती है, तो मुख्यमंत्री, जो नेता की तरह होता है, के पास हासिल करने के लिए कुछ लक्ष्य होते हैं। वह अपनी टीम के साथ मिलकर योजनाएँ बनाते हैं। उन्हें पहले से मौजूद योजनाओं पर काम करते रहना चाहिए और साथ ही नई योजनाओं के बारे में भी सोचना चाहिए। मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि वे वही करें जो लोग उनसे उम्मीद करते हैं। भाजपा पार्टी वादे निभाने में विश्वास रखती है, इसलिए जब वे कुछ तय करते हैं, तो उसे पूरा करने के लिए पूरी कोशिश करते हैं।
हरियाणा के चुनाव दिल्ली के चुनावों के लिए भी चीजें बदल सकते हैं, क्योंकि चुनाव एक दूसरे से जुड़े होते हैं और आस-पास की जगहों को प्रभावित कर सकते हैं। कुछ लोग जो प्रधानमंत्री बनना चाहते थे, वे वाकई बहुत कोशिश कर रहे थे, लेकिन अब वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। हरियाणा में जीत से यह संदेश जाता है कि न केवल वहाँ के लोग, बल्कि पूरे देश के लोग मोदी जी के काम करने के तरीके और उनके द्वारा हासिल की गई चीजों से खुश हैं।
हमारे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पहले कहा था कि लोग चुनाव परिणामों में अपना फैसला दिखाएंगे। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कांग्रेस पार्टी अक्सर एक-दूसरे से सवाल पूछती है, और यह आश्चर्यजनक नहीं है। यह उनका व्यवहार है; वे अक्सर एक-दूसरे पर आरोप लगाते हैं।
जब दोस्त साथ मिलकर काम करते हैं, तो कभी-कभी उनमें समस्याएँ आ सकती हैं। भले ही वे एक-दूसरे की मदद कर रहे हों, फिर भी वे लड़ सकते हैं। उदाहरण के लिए, कांग्रेस में कुछ लोग कह रहे थे, “यदि हम नीचे जाएंगे, तो आप भी हमारे साथ नीचे जाएंगे!” इसलिए, भले ही वे एक साथ हों, फिर भी उनमें बहस हो सकती है।