Hisar के पटेल नगर में रहने वाले जिंदल कंपनी के कर्मी अनिल की हत्या के मामले में सीआईए की पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। कई महीने पहले ही मृतक अनिल अनिल को मारने की साजिश रची गई थी लेकिन उसको अंजाम देने का मौका पत्नी सरला व प्रेमी जीजा ध्यानु को नहीं मिल रहा था। अनिल की दिन की शिफ्ट में ड्यूटी थी। इससे अपने मनसूबों में आरोपी सफल नहीं हो रहे थे।
जब 30 अप्रैल को अनिल की नाइट ड्यूटी लगी तो उसको मारने का मौका आरोपियों को मिल गया था। इस मामले में मृतक की पत्नी सरला बाई को जेल भेज दिया है, जबकि प्रेमी जीजा टोहाना वासी ध्यानु सहित कौशल उर्फ वीशू, सोनू और गुल्लरवाला, फतेहाबाद वासी राजेन्द्र उर्फ जिन्द्र को अदालत में पेश करके एक-एक दिन के रिमांड पर लिया है।
सीआईए पुलिस टीम के अनुसार करीब एक साल पहले ध्यानु के बच्चे का जन्मदिन था, जिसकी पार्टी में सरला गई थी। वहां जीजा से मुलाकात होने पर दोनों की नजदीकियां बढ़ने पर प्रेम हो गया था। ध्यानु ने सरला को बातचीत करने के लिए एक फोन भी दे रखा था। इसका सरला के पति अनिल को पता तक नहीं था। पर, किसी तरह अनिल को जीजा-साली के मिलने-जुलने व नजदीकी से उनके बीच प्रेम-प्रसंग की भनक लगी थी।
तब दोनों का विरोध करते हुए पत्नी को ध्यानु से दूर रहने के लिए कहता था। महीनों से सरला व ध्यानु ने अनिल को बीच से हटाने की योजना बनाई थी। 30 अप्रैल को अनिल नाइट ड्यूटी के लिए घर से बाइक पर निकला था। जब जिंदल चौक पहुंचा तो उसका पीछा करते हुए गाड़ी सवार ध्यानु सहित अन्य तीन आरोपी पहुंचे थे। अनिल से हाथ मिलाकर कोल्ड ड्रिंक पिलाने के बहाने गाड़ी में बैठा लिया था। एक आरोपी राजेंद्र उर्फ जिन्द्र उसका बाइक लेकर गाड़ी के पीछे-पीछे चल दिया था।
हाईवे पर जाकर गाड़ी रोक गले में गमछा डालकर मार दिया था। फिर बाइक साइड में खड़ी कर शव को हाईवे किनारे फेंक दिया था। किसी को शक न हो, इसके लिए ध्यानु अन्य लोगों के साथ पंजाब स्थित नकोदर में डेरा बाबा मुराद शाह की दरगाह पर चला गया था। वहां उसने फोटो भी खिंचवाई थी। सीआईए ने जांच की तो आरोपियों ने एक सिम कार्ड थमाया था जो एक साल से बंद था। यहां आरोपी फंस गए और सख्ती से पूछने पर वह फोन बरामद करवाया जिससे ध्यानु व सरला के बीच बातचीत होती थी।