Haryana के सनौली, करनाल और यमुनानगर में गंगा दशहरा पर रविवार को स्नान के दौरान छह लोगों की डूबने से मौत हो गई। सनौली में ममेरी-फुफेरी बहन सहित तीन, करनाल के गढीबीरबल के एक, खेराजपुर घाट में एक और यमुनानगर में एक व्यक्ति की मौत हुई है। सनौली स्थित यमुना घाट पर रविवार को डुबकी लगाने हुए आठ लोग डूब गए। ममेरी-फुफेरी बहन सहित तीन की डूबने से मौत हो गई। दोनों बहनों के परिवार के पांच लोगों को गोताखोरों ने बचा लिया था।
पुलिस ने गोताखोरों की मदद से तीनों के शव बरामद करवा लिए। वहीं, मृतकों के घरों में कोहराम मच गया। वहीं जाटल रोड का रहने वाल 14 साल का केशव भी घाट पर नहा था। वह भी नहाते हुए गहरे पानी में चला गया। जिससे वह भी डूब गया। करनाल के गढीबीरबल एक मजदूर अखिलेश की इंद्री एरिया के नबियाबाद घाट पर डूबने से मौत हो गई। इसके साथ नहा रहे दो लोगों को डूबने से बचा लिया गया |
सात लोग गहरे कुंड में गए, 5 को गोताखोरों ने बचाया
उत्तर प्रदेश के कैराना थाना के डीएसपी अमरदीप मौर्य ने बताया कि गंगा दशहरा पर पानीपत के गांव ऊंटला से एक परिवार स्नान करने यमुना नदी पर आया था। यहां स्नान करते वक्त 7 लोग गहरे पानी के कुंड में चले गए। वो यूपी सीमा में आ गए थे। जिसमें दो लड़कियां स्नेहा (13) व आशु (18) डूब गई। इन दोनों की मौत हो गई। बाकी के पांच लोगों को गोताखोरों ने वक्त रहते निकाल लिया।
परिजनों का आरोप- मौके पर नहीं मिली एम्बुलेंस
सनौली में परिवार के सदस्य दीपू ने आरोप लगाते हुए कहा कि घाट पर ना ही बेरिकेडिंग की हुई थी और ना ही एम्बुलेंस को तैनात किया गया था। गोताखोर जब आशु और स्नेहा को यमुना से बाहर निकाल लाए तो उन्हें एम्बुलेंस नहीं मिल सकी। दोनों लड़कियों को पुलिस की गाड़ी से ही अस्पताल पहुंचाया गया। यदि एम्बुलेंस होती तो जान बच सकती थी।