हिसार के Hansi में स्वास्थ्य विभाग की एक कर्मचारी को ऑनलाइन किसी ने ठग लिया। इस कारण उसने साइबर पुलिस को बताया और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह किसने किया। स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाली किरण रानी ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे उसे एक फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि वह किराने की दुकान से है और उसने किरण के पिता से उसके बेटे की शादी के लिए 12,500 रुपये उधार लिए थे। उसने कहा कि किरण को वह पैसे वापस करने हैं।
एक व्यक्ति ने कहा कि आपके पिता चाहते हैं कि आप गूगल पे के जरिए उनकी बेटी किरण को कुछ पैसे भेजें। आपके पैसे भेजने के बाद उस व्यक्ति ने किरण को एक फर्जी मैसेज भेजा कि उसे 10,000 रुपये मिले हैं। फिर उस व्यक्ति ने कहा कि वह उसे 2,500 और भेजने वाला है। लेकिन बाद में उसने एक और फर्जी मैसेज भेजा कि उसे 25,000 रुपये मिले हैं। उसने फोन करके कहा कि यह गलती से हुआ है, पैसे भेजते समय उसने एक अतिरिक्त शून्य जोड़ दिया। किरण को एक व्यक्ति ने पैसे भेजने का झांसा दिया। जालसाज ने किरण से कहा कि वह 25 हजार रुपये वापस भेजे, तो वह 2,500 रुपये वापस भेज देगा। किरण ने जालसाज की बात पर विश्वास करके पहले 5 हजार रुपये भेजे और फिर बाद में गूगल पे नामक ऐप के जरिए 20 हजार रुपये और भेजे। इसके बाद जालसाज ने किरण को एक फर्जी मैसेज भेजा कि उसके खाते में गलती से 25 हजार रुपये आ गए हैं।
उसने किरण से कहा कि वह कुछ पैसे रख ले और 22,500 रुपये वापस भेज दे। किरण ने गूगल पे का इस्तेमाल करने वाले एक व्यक्ति को 22,500 रुपये दिए। इसके बाद उस व्यक्ति ने किरण को एक फर्जी मैसेज भेजा कि उसने किरण के खाते में गलती से 30,000 रुपये डाल दिए हैं। उस व्यक्ति ने कहा कि यह पैसे किसी और के लिए थे। इस पर विश्वास करके किरण ने फिर उस व्यक्ति के खाते में 30,000 रुपये भेज दिए। बाद में जब किरण ने अपना बैंक बैलेंस देखा तो उसे पता चला कि उसके पास ज्यादा पैसे नहीं बचे हैं। किरण को लगा कि इंटरनेट इस्तेमाल करते समय किसी ने उसके साथ धोखा किया है। उसके बाद, जिस व्यक्ति से वह बात कर रही थी, उसने उसका फोन उठाना बंद कर दिया। इसलिए, किरण ने तुरंत एक विशेष फोन नंबर, 1930 पर कॉल करके बताया कि उसके साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी हुई है। उसने बताया कि उसने बहुत सारा पैसा खो दिया है, 77,500 रुपये। हांसी साइबर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज की और उसकी जांच शुरू कर दी।