Harihar Fort India: प्रकृति प्रेमी जीवन में एक बार जरुर जाना, एडवेंचर और ट्रेकिंग के लिए है बेस्ट - Trends Topic

Harihar Fort India: प्रकृति प्रेमी जीवन में एक बार जरुर जाना, एडवेंचर और ट्रेकिंग के लिए है बेस्ट

Harihar Fort Nasik India

Harihar Fort India: अगर एडवेंचर या ट्रेकिंग आदि का शौक है या नहीं भी है तो हरिहर का किला जीवन में एक बार जरुर जाना 

Harihar Fort Nasik India

भारत के महाराष्ट्र राज्य के नासिक में स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है जिसे यादव राजवंश ने नौवीं शताब्दी से चौदहवीं शताब्दी के बीच बनवाया था Harihar Fort उन लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है जिन्हें प्रकृति की गोद में छुट्टी बिताना पसंद है यहां की हरी-भरी हरियाली और मनमोहक परिवेश हमारे तनाव को कम करता है और साथ ही हमें शांति का अनुभव प्रदान करता है परिणाम स्वरूप यह महाराष्ट्र में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है,  हरिहर किले की चोटी से आपको प्रकृति और पहाड़ी ऊंची चोटी की सुंदरता का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है

Harihar Fort Nasik India
Harihar Fort Nasik India

 हरिहर किले का इतिहास | History of Harihar Fort

हरिहर का किला जंबूकेश्वर पर्वत श्रृंखला में स्थित है इस किले का निर्माण यादव राजवंश ने 9वी से 14वीं शताब्दी के बीच करवाया था, भारत के महाराष्ट्र राज्य के नासिक में स्थित यह किला गोंडा घाट से होकर गुजरने वाले व्यापार मार्गों को रोकने में बहुत महत्व रखता है इसी लिए इस किले को अपने कब्जे में लेने के लिए इतिहास में कई आक्रमणकारियों ने बार-बार हमला किया परंतु सफल नहीं हुए 

बाद में ब्रिटिश सेना ने भी इस किले को अपने कब्जे में लेने के लिए इस पर हमला किया और वे सफल भी हुए यह किला अहमदनगर सल्तनत के स्वामित्व वाले कई किलों में से एक है, हरिहर किले के साथ नासिक के पास में कई अन्य किले जैसे त्रिंबक, पिंगलवाड़ा और कुछ अन्य किले 1636 में शाहजी भोंसले द्वारा सौंप दिए गए थे 

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वर्तमान में हरिहर का किला | Harihar Fort in Present 

वर्तमान में हरिहर किले का उपयोग ट्रैकिंग स्थल के रूप में किया जाता है किले तक पहुंचने के लिए आपको चट्टानों को काटकर बनाई गई सीढियों पर चढ़ना पड़ता है इसकी शुरुआत 2 गांव हर्शीवाड़ी और निर्गुलपाड़ा से होती है 

आपको हरिहर किला क्यों देखना चाहिए | Why you should visit Harihar Fort

प्रकृति प्रेमी को इस जगह जरूर जाना चाहिए यहां जाकर हमें महसूस होता है कि हम प्रकृति की गोद में आ गए हैं, इसकी सुंदरता हमारे मन को मोहने वाली होती है यहाँ पहुंचकर व्यक्ति तनाव से दूर होता है व्यक्ति को मन से खुशी होती है और व्यक्ति इस जगह पर पहुंचकर अपनी सारी परेशानियां भूल जाता है 

आप इस किले के खंडहरों को देख कर यादव वंश और महाराष्ट्र के अन्य शासकों के बारे में आसानी से पता लगा सकते हैं और इनके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं 

हरिहर किला ट्रेकिंग के लिए बेस्ट है | Harihar fort is best for trekking

यहां की पहाड़ी पर ट्रैकिंग करके आप प्रकृति की सुंदरता का आनंद भी ले सकते हैं अन्य ट्रैक की तुलना में यह ट्रैक उत्साह और रोमांच से भरा हुआ है

Harihar Fort मैं ट्रैकिंग करने के लिए सबसे अच्छा समय जुलाई से फरवरी तक है इस मौसम में आप इस किले से शहर के खूबसूरत नजारे का आनंद ले सकते हैं इस समय गांव के हर खेत की पगडंडी पर घास ऊग जाती है मानसून के मौसम में पहाड़ी की चोटी से प्रमुख किले और चोटियों का स्पष्ट दृश्य दिखाई देता है

Harihar Fort India
Harihar Fort India

Harihar Fort चारों ओर से अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है जो ट्रैकर्स और रोमांच चाहने वालों को आकर्षित करता है यदि आप प्राकृतिक प्रेमी हैं और आपको हरियाली पसंद है तो यहाँ आपको अपने जीवन में एक बार जरूर जाना चाहिए

हरिहर किले से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए ये वीडियो देखें

हरिहर किले की याद रखने योग्य बातें | Things to remember about Harihar Fort

  • Harihar Fort में ट्रेकिंग के लिए पर्यटन या वन विभाग आदि से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं होती
  • Harihar Fort में ट्रेकिंग का समय दोपहर 12:30 से 2:00 बजे तक का होता है
  • कम से कम 2 लीटर पानी, प्राथमिक चिकित्सा किट, ग्लूकोज और अन्य व्यक्तिगत देखभाल वाली दवाएं अपने साथ रख कर ले जाना चाहिए
  • मानसून ट्रैक के दौरान कोटन की शर्ट पहनने से बचें इसकी बजाय जल्दी सूखने वाली टीशर्ट आदि पहने
  • एक वैध फोटो और अपना पहचान पत्र अपने साथ जरूर रखें
  • अपने साथ हेल्दी खाना एवं कई उच्च कैलोरी वाले सूखे खाद उत्पाद रखें ऊपर पठार में चाय पानी और नाश्ते के लिए केवल एक छोटी सी दुकान स्थित है
  •  एक सीटी अपने साथ रखें जो आपातकालीन स्थितियों के लिए फायदेमंद होगी
  • वापसी यात्रा के लिए सार्वजनिक परिवहन मार्ग 3:00 बजे के बाद नासिक और त्रिंबक तक सीमित है
  • चिकित्सीय स्थिति वाले किसी भी व्यक्ति को इस यात्रा से बचना चाहिए क्योंकि इसमें अधिक ऊंचाई पर कठिन चढ़ाई करनी पड़ती है 

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