Farmers की रिहाई की मांग को लेकर रेलवे लाइन पर 3 दिन से बैठे Farmer, 139 ट्रेनें रद्द

Haryana पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए Farmers की रिहाई की मांग को लेकर Farmers का रेल रोको अभियान लगातार तीसरे दिन भी जारी है| Ambala रेलवे बोर्ड ने रेलवे ट्रैक बंद होने के कारण 139 Trains को रद्द कर दिया है और 170 ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया है। Train अधिकारियों के मुताबिक इस आंदोलन से कुल 382 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं| अगर Farmer चंडीगढ़ रेलवे लाइन को भी ब्लॉक कर देते हैं तो सभी ट्रेनें रद्द हो सकती हैं| इसमें आवश्यक सेवाएं भी प्रभावित होंगी|

दरअसल, जेल में बंद Farmers की रिहाई की मांग को लेकर किसानों ने शंभू बॉर्डर के पास रेलवे ट्रैक को ब्लॉक कर दिया| Farmers के ट्रैक पर बैठने का आज तीसरा दिन है और तीसरे दिन अंबाला रेलवे डिवीजन से 139 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं| इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है| स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ है| Ambala डिवीजन के सीनियर डीसीएम नवीन यादव का कहना है कि अंबाला रेलवे डिवीजन से अब तक 139 ट्रेनें रद्द की जा चुकी हैं| कई ट्रेनों को बीच में ही रद्द करना पड़ा|

रेलवे ने 170 ट्रेनों के रूट बदल दिए हैं| रेलवे का कहना है कि अगर आंदोलन लंबा चला तो जम्मू-कश्मीर में तेल की सप्लाई में दिक्कत होगी| यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने हेल्प डेस्क भी बनाए हैं| उन्होंने बताया कि फिलहाल यह ट्रेन चंडीगढ़ से जम्मू होते हुए लुधियाना तक जा रही है।

Ambala रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की काफी भीड़ है| खासकर लंबी दूरी के यात्री अपने परिवार व छोटे बच्चों के साथ स्टेशन पर बैठने को मजबूर हैं| यात्रियों का कहना है कि किसानों के आंदोलन के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन फिर भी सरकार की ओर से कोई भी किसानों के बारे में बात नहीं कर रहा है| जबकि आम लोग छोटे बच्चों के साथ स्टेशन पर रहने को मजबूर हैं| कुछ यात्री बस से अंबाला पहुंचे हैं और उन्हें पंजाब जाना था। लेकिन नहीं जा पा रहे हैं और स्टेशन पर बैठे हैं |

बता दें कि किसान आंदोलन 13 फरवरी से शुरू हुआ है| तब से किसान अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर बैठे हुए हैं. वे यहां लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं| हाल ही में किसानों ने रेल रोकने का ऐलान किया था| गुरुवार को पंजाब पुलिस के अधिकारियों के साथ किसानों की बैठक भी हुई| लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला| फिलहाल किसान पटरियों पर बैठे हुए हैं|

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