Jalandhar में गोलीबारी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला मकसूद थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक जिम के बाहर पुरानी रंजिश को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया और इसी दौरान एक पक्ष ने फायरिंग कर दी। हालांकि, इस घटना में किसी भी व्यक्ति को चोट नहीं आई।
मामले की जानकारी देते हुए अंकुश ने बताया कि राष्ट्रपति द्वारा नशाखोरी को रोकने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, और इसको लेकर दूसरे पक्ष ने उन्हें धमकी दी थी। अंकुश का कहना था कि एससी एक्ट के कागजात को रद्द करने का कार्य राष्ट्रपति द्वारा किया जा रहा है, और शायद इसी बात को लेकर आरोपियों ने रंजिश रखते हुए हमला किया। हालांकि, इस घटना में प्रधानपति को कोई गोली नहीं लगी।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। एएसआई शाम लाल ने बताया कि उन्हें गोलीबारी की सूचना करीब 10 बजे मिली थी, और जिम के बाहर गोलीबारी हो रही थी। एएसआई ने कहा कि फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि कितनी गोलियां चलीं। पुलिस ने बताया कि जिम के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है, और अब तक यह सामने आया है कि इस घटना को दो लोगों ने अंजाम दिया।
पीड़ित प्रधान ने बताया कि वह रोज की तरह जिम गए थे, और इस दौरान दो लोग आए। इनमें से एक व्यक्ति ने पीछे से उस पर गोली चला दी, लेकिन गोली फंस गई। प्रधान ने कहा कि उसने तुरंत अपना लाइसेंसी हथियार निकाल लिया, जिसके बाद हमलावर मौके से भाग गए। भागते वक्त हमलावरों ने फिर से फायरिंग की।
पीड़ित ने यह भी बताया कि दोनों हमलावरों ने अपना चेहरा ढका हुआ था। जांच अधिकारी ने पीड़ित से उनके हथियार जब्त करने को कहा है। प्रधान ने बताया कि जांच अधिकारी ने कहा है कि उन्हें उच्च अधिकारियों से आदेश मिला है, और इसलिए उनका हथियार जब्त किया जाएगा।
पीड़ित ने यह भी कहा कि उसे पहले से ही धमकी भरे फोन आ रहे थे। जब उसने जांच अधिकारी से सुरक्षा की मांग की, तो अधिकारी ने उसे बताया कि वह अपनी सुरक्षा के लिए निजी सुरक्षा ले सकता है।