दुनिया भर में Alcohol पीने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आजकल युवाओं में Alcohol, Beer या अन्य मादक पेय पीने का चलन काफी बढ़ गया है। चाहे कोई पार्टी हो, शादी हो या फिर किसी तरह की खुशी का इजहार करना हो, युवा शराब पीकर अपनी खुशी का जश्न मनाते हैं।
हालांकि लोग जानते हैं कि यह कई बीमारियों का कारण बनता है, लेकिन फिर भी लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं और इसे पीना जारी रखते हैं। कुछ लोगों को शराब पीने की आदत पड़ जाती है और फिर वे रोजाना शराब पीने लगते हैं, जिससे खतरनाक बीमारियों का खतरा रहता है। बहुत से लोग मानते हैं कि दिन में एक पैग पीने से कुछ नहीं होता, आप भी सोच रहे होंगे कि कितनी शराब आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छी है, तो जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
कुछ लोगों का मानना है कि हर दिन 1-2 पेग लेना सेहत के लिए हानिकारक नहीं है, जबकि कई लोग 3-4 पेग को सामान्य मानते हैं| कई अध्ययनों में शराब के कुछ फायदे भी बताए गए हैं, लेकिन उन पर काफी विवाद है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ शराब को सेहत के लिए बेहद खतरनाक मानते हैं। World Health Organization (WHO) ने भी इस साल शराब पर एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। इसमें बताया गया था कि कितनी मात्रा में शराब पीना सुरक्षित माना जाता है और इसके सेवन से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है। खैर, नए साल से पहले ये जानना हर किसी के लिए बेहद जरूरी है।
WHO ने बताई Alcohol पीने की सीमा
WHO की रिपोर्ट के मुताबिक शराब की एक बूंद भी हमारी सेहत के लिए सुरक्षित नहीं है. शराब या अन्य मादक पेय पदार्थों की थोड़ी मात्रा भी स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। लोगों को शराब बिल्कुल नहीं पीना चाहिए. कई वर्षों के मूल्यांकन के बाद WHO इस नतीजे पर पहुंचा।
शराब की एक बूंद भी पीने से कैंसर, लिवर फेलियर समेत कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। जो लोग मानते हैं कि एक गिलास शराब सुरक्षित है, वे पूरी तरह से गलत हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि अभी तक कोई भी अध्ययन यह साबित नहीं कर पाया है कि शराब स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. इस तरह के शोध विवादों में घिरे रहते हैं।
Alcohol स्वास्थ्य के लिए हानिकारक क्यों है?
WHO के मुताबिक शराब में अल्कोहल मिलाया जाता है, जो एक जहरीला पदार्थ है. इससे शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचता है। कई साल पहले, कैंसर पर अनुसंधान के लिए अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी ने शराब को समूह 1 कार्सिनोजेन के रूप में शामिल किया था। carcinogen cancer पैदा करने वाले समूह से संबंधित हैं।
इस खतरनाक समूह में एस्बेस्टस, विकिरण और तम्बाकू भी शामिल हैं। सिर्फ शराब ही नहीं बल्कि तंबाकू और रेडिएशन से भी कई तरह के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। WHO का कहना है कि वह शराब के तथाकथित सुरक्षित स्तर के बारे में बात नहीं कर सकता।